जबलपुर। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार करने वाले निवाड़ी जिले के जेरोन सीएमओ और दो उपयंत्री को जबलपुर की आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW)की टीम ने जेल भेज दिया है. आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने प्रकरण की जांच कर तीन अधिकारियों को दोषी माना और न्यायालय में प्रकरण पेश किया.
EOW ने की घोटाले की जांच : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते दिनों जेरोन क्षेत्र में हुई अपनी आमसभा में ग्रामीणों के शिकायत किए जाने पर तत्कालीन सीएमओ और तहसीलदार को निलंबित कर दिया था. इस मामले में जांच के आदेश किए गए थे. इसके बाद यह कार्रवाई की गई. EOW एसपी देवेंद्र प्रताप सिंह राजपूत ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के नगर परिषद जैरोन खालसा जिला निवाड़ी क्रियान्वयन के संबंध में शिकायतों की जांच प्रशासन द्वारा आर्थिक अपराध ब्यूरो को सौंपी गई थी. जांच में आए साक्ष्यों के आधार पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में अपराध में पंजीबद्ध कर धारा 420, 120 बी, 457, 468, 471 भारवि एवं 7 (सी) अष्टाचार निवारण अधिनियम, 1980 संशोधित 2018 का अपराध कुल 13 आरोपियों के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.
जेल जाने वाले ये हैं: प्रकरण की विवेचना में आए साक्ष्यों के आधार पर गुरुवार को आरोपी उमाशंकर मिश्रा तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर परिषद जैरोन खालसा, नवाब सिंह, तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर परिषद जैरोन खालसा, सृजन गुप्ता यंत्री एव अभिषेक सिंह राजपूत, उपयंत्री को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें न्यायालय निवारण अधिनियम जिला टीकमगढ़ में पेश किया जाएगा. इस मामले को लेकर प्रशासनिक हल्के में हड़कंप है. (Action in PM housing scam) (Three officers sent to jail) (PM housing scam in MP)