जबलपुर। प्रदेश के महाधिवक्ता पुरुषेन्द्र कौरव (Advocate General Purushendra Kaurav) मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (Madhya Pradesh High Court) के नवागत जज बने. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) की पुष्टि के बाद केंद्रीय विधि विभाग ने उनकी नियुक्ति के आदेश जारी किए है. उनकी नियुक्ति के बाद हाईकोर्ट में जजों की संख्या 30 हो जाएगी. दरअसल पुरुषेन्द्र कौरव के नाम की सिफारिश एक सितंबर को सर्वाेच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने की थी. राष्ट्रपति द्वारा उनके नाम पर सहमत्ति प्रदान करने के बाद केंद्र सरकार के विधि विभाग ने उनकी नियुक्ति के आदेश जारी किए है.
नरसिंहपुर जिले में हुआ था जन्म
पुरुषेन्द्र कौरव का जन्म नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा तहसील के डोंगरगांव में 4 अक्टूबर 1976 को हुआ था. उन्होंने 2001 में जबलपुर के एनईएस कॉलेज से एलएलबी की थी. इसके बाद वर्ष 2006 में स्वतंत्र रूप से वकालत करने लगे. वर्ष 2009 में वह उपमहाधिवक्ता नियुक्त हुए और 2012 में अतिरिक्त महाधिवक्ता बने. वर्ष 2013 में वरिष्ठ अधिवक्ता बने और 6 जून 2017 को महाधिवक्ता नियुक्त हुए. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद उन्हें दोबारा महाधिवक्ता बनाया गया.
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छोटी उम्र में बड़ी उपलब्धि
पुरुषेंद्र कौरव ने अधिवक्ता के रूप में काफी तेजी से उन्नति की. सबसे कम आयु में उप महाधिवक्ता फिर अतिरिक्त महाधिवक्ता और दो बार मध्य प्रदेश के महाधिवक्ता नियुक्त हुए. इससे पूर्व में सर्वाधिक युवा वरिष्ठ अधिवक्ता नामित होने का प्रतिमान भी दर्ज किया. मध्य प्रदेश हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, जबलपुर के सह सचिव निर्वाचित होने के अलावा साइंस कॉलेज जबलपुर की जनभागीदारी समिति में भी उन्होंने महत्वपूर्ण दायित्व का निवर्हन किया.