जबलपुर। नागरिक उपभोक्ता मंच ने नियामक आयोग के अध्यक्ष को तत्कालीन शिवराज सरकार पर 150 करोड़ बिजली खरीदी घोटाले को लेकर शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें कहा गया है कि शिवराज सरकार के कार्यकाल में आर्या एनर्जी नाम की कंपनी से बिना नियम-कानून का पालन किए महंगी दर पर 150 करोड़ रूपए की बिजली खरीदी गई है.
जबलपुर की एक समाजसेवी संस्था नागरिक उपभोक्ता मंच ने दस्तावेजी सबूतों के साथ विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर देवराज विरदी से शिकायत की है. इन दस्तावेजों मे छत्तीसगढ़ के कोटमा की एक बायोमास से बिजली बनाने वाली कंपनी आर्या एनर्जी से बिजली खरीदने का जिक्र किया गया है. आर्या एनर्जी से प्रदेश पॉवर मैनेजमेंट कंपनी ने 2013 से 2017 तक करीब 150 करोड़ की बिजली खरीदी की है.
जिस दौरान ये बिजली 6-6.5 रुपए प्रति यूनिट में खरीदी गई. उस दौरान एक से लेकर 4 रुपए तक सस्ती बिजली उपलब्ध थी, उसके बावजूद आर्या एनर्जी से महंगी दरों पर पावर मैनेजमेंट कंपनी ने बिजली खरीदी. उन्होंने कहा कि कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए न तो टेंडर मंगाए गए और न ही कोई एग्रीमेंट किया गया. सीधे कंपनी से बिजली खरीद ली गई. ये संस्था पहले भी बिजली खरीदी का बड़ा घोटाला उजागर कर चुकी है. जिसकी जांच चल रही है. अगर नियामक आयोग ने इस मामले की जांच नहीं की तो मजबूरन उन्हें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा.