ETV Bharat / state

बड़ा सवाल: कोरोना त्रासदी में इन हजारों परिवारों का अब क्या होगा भविष्य ?

महाराष्ट्र से ऑटो चालकों ने पलायन करना शुरू कर दिया है. लगातार लॉकडाउन से इनके सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है. भारी संख्या में महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जा रहे यह ऑटो चालक मध्य प्रदेश से होकर गुजर रहे हैं. इस दौरान महाराष्ट्र के कई ऑटो इंदौर में डेरा डाले हुए हैं.

What will happen to these thousands of families now
इन हजारों परिवारों का अब क्या होगा
author img

By

Published : May 11, 2020, 12:22 PM IST

Updated : May 14, 2020, 5:42 PM IST

इंदौर। कोरोना महामारी के बीच महाराष्ट्र से ऑटो चालकों ने पलायन करना शुरू कर दिया है. ऑटो चालकों के सामने लॉकडाउन में काम न होने की सबसे बड़ी दिक्कतें सामने आ रही हैं. महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जा रहे यह ऑटो चालक मध्य प्रदेश से होकर गुजर रहे हैं. इस दौरान कई ऑटो चालक इंदौर में डेरा डाले हुए हैं

इन हजारों परिवारों का अब क्या होगा
इंदौर बायपास पर हजारों की संख्या में महाराष्ट्र के ऑटो दिखाई दे रहे हैं. दरअसल महाराष्ट्र से निकले ये ऑटो चालक इंदौर बाईपास पर स्थित सीएनजी पंप पर गैस भराने के लिए रुके हुए हैं, इंदौर के बाद इस तरह का सीएनजी पंप मुरैना के पास पड़ता है, जिसके चलते इस पंप पर महाराष्ट्र के ऑटो चालकों की लंबी लाइन देखी जा रही है. इन ऑटो चालकों के मुताबिक महाराष्ट्र में प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव केस बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में आने वाले समय में महाराष्ट्र में जिंदगी पटरी पर कब लौटेगी इसका कोई ठिकाना नहीं है. इसलिए सभी लोग अपने घर और गांव की तरफ लौट रहे हैं.

60 फीसदी ऑटो चालक लौट रहे अपने घर

महाराष्ट्र में ऑटो और टैक्सी चलाने वाले लोगों में उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक लोग शामिल हैं. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ने के कारण इन लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. इसके चलते करीब 60 फीसदी ऑटो चालक अपने घरों के लिए निकल चुके हैं इंदौर से रोजाना 4 से 5 हजार ऑटो गुजर रहे हैं. इन लोगों को खाने की सुविधा के लिए बाईपास पर कई जगह फूड स्टाल लगाए गए हैं. वहीं सीएनजी पंप पर लंबी लाइन प्रतिदिन आने वाले महाराष्ट्र के ऑटो चालकों की संख्या बता रही है.

ये है इस ऑटो चालक की हालत

यूपी के आजमगढ़ में रहने वाले मुकेश महाराष्ट्र में ऑटो चलाकर अपने घर और परिवार का खर्चा निकालते थे, इनके साथ रहने वाले 65 वर्षीय बुजुर्ग के पैर की हड्डी टूटी हुई है. लेकिन इसके बावजूद महाराष्ट्र में बढ़ रहे कोरोना वायरस मरीजों की संख्या के कारण यह लोग वहां से अपने घर की तरफ निकल पड़े हैं. 700 किलोमीटर से अधिक का सफर तय कर इंदौर पहुंचे मुकेश ने बताया कि, वहां एक महीने तक तो खाने के लिए राशन मिल रहा था. लेकिन अब आगे भविष्य को लेकर कोई ठिकाना नहीं है.

इंदौर। कोरोना महामारी के बीच महाराष्ट्र से ऑटो चालकों ने पलायन करना शुरू कर दिया है. ऑटो चालकों के सामने लॉकडाउन में काम न होने की सबसे बड़ी दिक्कतें सामने आ रही हैं. महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जा रहे यह ऑटो चालक मध्य प्रदेश से होकर गुजर रहे हैं. इस दौरान कई ऑटो चालक इंदौर में डेरा डाले हुए हैं

इन हजारों परिवारों का अब क्या होगा
इंदौर बायपास पर हजारों की संख्या में महाराष्ट्र के ऑटो दिखाई दे रहे हैं. दरअसल महाराष्ट्र से निकले ये ऑटो चालक इंदौर बाईपास पर स्थित सीएनजी पंप पर गैस भराने के लिए रुके हुए हैं, इंदौर के बाद इस तरह का सीएनजी पंप मुरैना के पास पड़ता है, जिसके चलते इस पंप पर महाराष्ट्र के ऑटो चालकों की लंबी लाइन देखी जा रही है. इन ऑटो चालकों के मुताबिक महाराष्ट्र में प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव केस बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में आने वाले समय में महाराष्ट्र में जिंदगी पटरी पर कब लौटेगी इसका कोई ठिकाना नहीं है. इसलिए सभी लोग अपने घर और गांव की तरफ लौट रहे हैं.

60 फीसदी ऑटो चालक लौट रहे अपने घर

महाराष्ट्र में ऑटो और टैक्सी चलाने वाले लोगों में उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक लोग शामिल हैं. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ने के कारण इन लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. इसके चलते करीब 60 फीसदी ऑटो चालक अपने घरों के लिए निकल चुके हैं इंदौर से रोजाना 4 से 5 हजार ऑटो गुजर रहे हैं. इन लोगों को खाने की सुविधा के लिए बाईपास पर कई जगह फूड स्टाल लगाए गए हैं. वहीं सीएनजी पंप पर लंबी लाइन प्रतिदिन आने वाले महाराष्ट्र के ऑटो चालकों की संख्या बता रही है.

ये है इस ऑटो चालक की हालत

यूपी के आजमगढ़ में रहने वाले मुकेश महाराष्ट्र में ऑटो चलाकर अपने घर और परिवार का खर्चा निकालते थे, इनके साथ रहने वाले 65 वर्षीय बुजुर्ग के पैर की हड्डी टूटी हुई है. लेकिन इसके बावजूद महाराष्ट्र में बढ़ रहे कोरोना वायरस मरीजों की संख्या के कारण यह लोग वहां से अपने घर की तरफ निकल पड़े हैं. 700 किलोमीटर से अधिक का सफर तय कर इंदौर पहुंचे मुकेश ने बताया कि, वहां एक महीने तक तो खाने के लिए राशन मिल रहा था. लेकिन अब आगे भविष्य को लेकर कोई ठिकाना नहीं है.

Last Updated : May 14, 2020, 5:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.