इंदौर। छोटी-सी बात पर एक डॉक्टर की दादागिरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में एक ठेले वाली महिला और उसके बेटे के साथ मारपीट की जा रही है. महिला की गलती बस इतनी थी कि उसने डॉक्टर से उसकी कार को ठेले के आगे से हटाने के लिए कहा था. इतनी सी बात से गुस्साए डॉक्टर ने अपने क्लिनिक से कर्मचारियों को बुलाकर पहले मां-बेटे को पिटवाया, फिर आलू-प्याज रोड पर फेंक दिए.
डॉक्टर की गुंडागर्दी!
ये घटना भवर कुआं थाना क्षेत्र में गुरुवार हुई है. जहां भोलाराम उस्ताद मार्ग पर आलू-प्याज का ठेला लगाने वाली द्वारिका बाई और उसके बेटे राजू को क्लिनिक के संचालक एक एमबीबीएस डॉ. अनिल घई ने अपने क्लिनिक के कर्मचारियों से पिटवा दिया. डॉक्टर ने गुस्से में महिला का आलू-प्याज का ठेला भी पलटवा दिया. महिला का आरोप है कि बीती रात वो अपने ठेले पर खड़ी थी, तभी डॉ. घई क्लिनिक पहुंचे. उन्होंने अपनी कार ठेले के सामने लगा दी. महिला ने उनसे बस इतना कहा कि कार साइड में लगा लीजिए, इस पर वह भड़क गए, गाली-गलौज की औऱ चार कर्मचारियों को बुलाकर हमें पिटवा दिया. इस दौरान बेटे राजू के हाथ में गंभीर चोट आई है. याद दिला दें कि कुछ रोज पहले भोपाल में भी ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां घर के बाहर खड़ी कार से ठेला टच होने पर महिला प्रोफेसर ने फल का ठेला पलटा दिया था.
पुलिस पर गंभीर आरोप
महिला का आरोप है कि जब वो बेटे के साथ शिकायत करने भंवरकुआं थाने गई थी, तो वहां उन्हें काफी देर तक बैठाकर रखा गया. पुलिस ने राजीनामे का दबाव बनाया, लेकिन जब थाने पर भीड़ जमा होने लगी, तब आरोपी डॉ. घई के सिर्फ एक कर्मचारी यश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई, जिसे गिरफ्तार कर छोड़ भी दिया गया. महिला का कहना है कि पुलिस ने उन्हें रात 3 बजे तक थाने में बैठाकर रखा. लेकिन मारपीट का वीडियो(video viral on social media) सामने आने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया. वहीं पीड़ित महिला ने पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र से शिकायत की है. जिसके बाद कमिश्नर ने धाराएं बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. पुलिस ने संबंधित डॉक्टर के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है.