इंदौर। राज्य सरकार द्वारा फल एवं सब्जी विक्रेताओं को खुले में सब्जी बेचने की अनुमति देने से मंडियों का व्यापार मुश्किल में आ गया है. लिहाजा मंडी व्यापारी अब राज्य सरकार से मंडियों के जरिए ही फल, सब्जी विक्रय की मांग कर रहे हैं. इंदौर में इसी मांग के मद्देनजर व्यापारियों और हम्माल संघ ने चोइथराम स्थित देवी अहिल्या फल सब्जी मंडी को 3 दिनों तक बंद रखने का निर्णय लिया है.
लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार ने संक्रमण फैलने के डर से सब्जी विक्रेताओं को स्थानीय स्तर पर ही सब्जियां बेचने की अनुमति दी है. इसके बाद से ही अब जब सभी जगह लॉकडाउन खत्म हो चुका है, तो स्थानीय स्तर पर भी सब्जियां बेचने के फैसले से सब्जी मंडियों में किसान और सब्जी विक्रेता आधे से भी कम संख्या में पहुंच रहे हैं. ऐसी स्थिति में मंडियों में व्यापार करने वाले व्यापारियों को अपना व्यवसाय चौपट होने की चिंता सता रही है.
इसके अलावा भारत सरकार मॉडल एक्ट के तहत एक नियम लाने जा रही है. इस नियम के तहत प्रदेश में कहीं पर भी किसान अपना माल किसी भी व्यापारी को कहीं पर भी बेच सकता है. जिससे किसान को उचित दाम मिल सकें और गांव से मंडी तक आने की भी तकलीफ नहीं उठानी पड़े.
लिहाजा मंडी व्यापारियों और हम्माल संघ ने 3 दिनों के लिए व्यापार बंद करने का निर्णय लिया है. व्यापारियों का कहना है कि यदि मंडी बाहर लगने लगी जो प्रतिदिन 4 से 5 करोड़ का व्यापार फल एवं सब्जी मंडी में होता है, उससे होने वाली आय का नुकसान मंडी को होगा. साथ ही किसानों के साथ भी मनमानी की जाएगी और सही दाम किसानों को भी नहीं मिलेंगे.