इंदौर। शहर में सड़कों पर बने मेनहोल वाहन चालकों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आए हैं. असमान रूप से बने इन मेनहोल के कारण आवागमन में तो समस्याएं उत्पन्न हो ही रही है. साथ ही आए दिन दुर्घटनाओं का अंदेशा भी बना रहता है. वहीं इन मेनहोल को सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम एक-दूसरे के ऊपर जिम्मेदारी की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.
सड़कों पर वाहनों की रफ्तार भले ही तेज हों, लेकिन कदम-कदम पर खतरा भी उतना ही है. प्रमुख सड़कों पर ही मेनहोल कहीं सड़क से ऊंचे है, तो कहीं सड़क से नीचे बने हुए हैं. जिसके चलते दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है. यह मेनहोल बारिश में और अधिक खतरनाक हो जाते हैं.
सबसे प्रमुख सड़क बीआरटीएस पर भी मेनहोल के बुरे हाल
शहर की सबसे प्रमुख सड़क और लाइफ लाइन कही जाने वाली बीआरटीएस सड़क पर मेनहोल की लापरवाही साफ देखी जा सकती है. सड़कों का निर्माण तो बड़े ही अच्छे ढंग से किया गया, लेकिन बीच में आने वाले मेनहोल कहीं ऊंचे तो कहीं नीचे रह गए. चालक अगर तेज गति से अपने वाहन को चलाता है, तो यह मेनहोल उसके लिए दुर्घटना का सबसे बड़ा उदाहरण बन जाते हैं. बीआरटीएस पर ही लगभग 10 से अधिक ऐसे मेनहोल है, जो सड़क की ऊंचाई से ऊपर बने हुए हैं.
सड़कों पर बने असमान मेनहोल, वाहन चालकों के लिए बने चुनौती
असमान मेनहोल के चलते होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम कोई पुख्ता इंतजाम नहीं कर रही है, जिसकी वजह से वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पढ़िए पूरी खबर..
इंदौर। शहर में सड़कों पर बने मेनहोल वाहन चालकों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आए हैं. असमान रूप से बने इन मेनहोल के कारण आवागमन में तो समस्याएं उत्पन्न हो ही रही है. साथ ही आए दिन दुर्घटनाओं का अंदेशा भी बना रहता है. वहीं इन मेनहोल को सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम एक-दूसरे के ऊपर जिम्मेदारी की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.
सड़कों पर वाहनों की रफ्तार भले ही तेज हों, लेकिन कदम-कदम पर खतरा भी उतना ही है. प्रमुख सड़कों पर ही मेनहोल कहीं सड़क से ऊंचे है, तो कहीं सड़क से नीचे बने हुए हैं. जिसके चलते दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है. यह मेनहोल बारिश में और अधिक खतरनाक हो जाते हैं.
सबसे प्रमुख सड़क बीआरटीएस पर भी मेनहोल के बुरे हाल
शहर की सबसे प्रमुख सड़क और लाइफ लाइन कही जाने वाली बीआरटीएस सड़क पर मेनहोल की लापरवाही साफ देखी जा सकती है. सड़कों का निर्माण तो बड़े ही अच्छे ढंग से किया गया, लेकिन बीच में आने वाले मेनहोल कहीं ऊंचे तो कहीं नीचे रह गए. चालक अगर तेज गति से अपने वाहन को चलाता है, तो यह मेनहोल उसके लिए दुर्घटना का सबसे बड़ा उदाहरण बन जाते हैं. बीआरटीएस पर ही लगभग 10 से अधिक ऐसे मेनहोल है, जो सड़क की ऊंचाई से ऊपर बने हुए हैं.