इंदौर। बाणगंगा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों उज्जैन की एक नाबालिग का अपहरण कर साथ में रखने का मामला सामने आया था. आरोपी युवक प्रफुल्ल नाबालिग का अपहरण कर इंदौर ले आया था. जब नाबालिग के परिजन को उसके इंदौर में होने का पता चला तो वे आरोपी के घर पहुंचे जहां प्रफुल्ल और उसके दोस्तों ने मिलकर परिजन के साथ मारपीट की. पूरे मामले की शिकायत परिजन ने बाणगंगा पुलिस से की. पुलिस कार्रवाई के बाद से फरार चल रहे दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
राजनीतिक दबाव में कार्रवाई में देरी का आरोप
आरोपी प्रफुल्ल ने पुलिस से बचने के लिए अपना सरनेम बदल लिया था. साथ ही बाणगंगा थाना क्षेत्र के जिस शुक्ला के बाड़े में रहता था वह इंदौर के कद्दावर नेता विष्णु प्रसाद शुक्ला और उनके भतीजे गोलू शुक्ला का है. आरोपी उनके यहां पर बस चलाने का काम करते हैं. इस वजह से थाने में मामले की शिकायत होने के बावजूद राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी.
आईजी के हस्तक्षेप से हुआ था केस दर्ज
पूरा घटनाक्रम 13 जनवरी का है. अपहरण के बाद जब नाबालिग के शुक्ला के बाड़े में होने की जानकारी उसके मामा को लगी तो वह आरोपी के घर जा पहुंचे. मना करने के बावजूद घर की तलाशी ली गई तो नाबालिग वहीं मिली. जिसके बाद प्रफुल्ल और उसके दोस्त ने मिलकर नाबालिग के मामा के साथ मारपीट की और उनकी कार भी जला दी. जिसके बाद दोनों आरोपी फरार हो गए थे. मामले की शिकायत बाणगंगा थाने में करने बाद भी जब पुलिस ने कुछ नहीं किया तो परिजन आईजी के पास पहुंचे और शिकायत की. जिसके बाद प्रकरण दर्ज हुआ और फरार चल रहे आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया.