इंदौर। शहर में नगर निगम ने रोड पर लीटर बिन राहगीरों के कचरा फेंकने के लिए लगाए गए हैं. लेकिन पिछले लंबे समय से नगर निगम को शिकायत मिल रही थी कि लोग अपने घर और संस्थान का कचरा भी लीटर बिन में डाल रहे हैं.
वहीं आज नगर निगम ने क्लीनिक का वेस्ट लीटर बिन में डालने पर एक डॉक्टर के खिलाफ 25 हजार रुपए का स्पॉट फाइन चार्ज किया है. डॉक्टर ने लीटर बिन में दवाई के वेस्ट लेटर पैड और बाकी कचरे को उसमें फेंका था, जो नियम के खिलाफ है कोई भी लीटर बिन में घर या ऑफिस का कचरा नहीं फेक सकता है. घरों और संस्थान का कचरा डोर टू डोर कचरा वाहनों में ही फेंकने का नियम है
दरअसल इंदौर में जीएसआईटीएस रोड पर निरीक्षण के दौरान नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी ने रोड किनारे लगे लीटर बीन से कचरा निकलते हुए देखा. जिसमें दवाई के वेस्ट लेटर पैड थे इस पर स्वास्थ्य अधिकारी ने इलाके के सीएसआई को कचरा फेंकने वालों का पता लगाने के निर्देश दिए. जांच के बाद पता चला की लीटर बिन फेंके गए कचरे में लेटर पैड और दवाई का वेस्ट है. जो कि यशवंत निवास रोड पर क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर मलय कुमुट के क्लीनिक का है.
जब पूरे मामले की जानकारी नगर निगम के अपर आयुक्त को मिली तो उन्होंने डॉक्टर पर स्पॉट फाइन के निर्देश कर्मचारियों को दिए. जिसके बाद अधिकारियों ने डॉक्टर को लीटर बिन में घरों और संस्थानों का कचरा ना डालने का नियम बताया, साथ ही क्लीनिक का मेडिकल वेस्ट लीटर बिन में डालने पर 25 हजार रुपए का स्पॉट फाइन भी किया.