इंदौर। 1984 में हुए सिख-विरोधी दंगों का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है. मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी ने सीएम कमलनाथ की भूमिका की जांच के लिए मामले को खोला है. जिसके बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सीएम का बचाव करते हुए इसे उनकी छवि खराब करने के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार का षडयंत्र बताया.
नरेंद्र सलूजा ने कहा कि यह 35 साल पुरानी घटना है, इस पर बीजेपी राजनीति कर रही है. सीएम कमलनाथ के ऊपर इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं है और कोई भी मामला कोर्ट में नहीं चल रहा है. ऐसे में इतने समय बाद यह मामला इसलिए उठाया जा रहा है, क्योंकि कमलनाथ अभी एमपी के सीएम हैं. कमलनाथ का दंगे में कहीं कोई नाम नहीं है. सिख समाज भी बढ़ी संख्या में कमलनाथ से जुड़ा हुआ है.
नरेंद्र सलूजा ने कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, उन राज्यों के बड़े नेताओं और मुख्यमंत्रियों को केंद्र सरकार निशाना बना रही है. इन राज्यों में अपनी हार का बदला लेने के इरादे से बीजेपी षडयंत्र कर रही है. चाहे कितनी भी जांच करा ली जाए, लेकिन सीएम कमलनाथ बेदाग ही निकलेंगे.