इंदौर। इंदौर से बीजेपी सांसद शंकर लालवानी के द्वारा सिंधी समाज के लिए अलग राज्य बनाए जाने के विषय में वायरल वीडियो पर सांसद शंकर लालवानी ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि सिंधी राज्य की मांग के बयान का खंडन किया है. शंकर लालवानी ने कहा कि सोशल मीडिया पर कांग्रेस के द्वारा प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा बयान 6 माह पुराना है और वह उस समय की परिस्थितियों पर निर्भर है, जिसे कांग्रेस ने अभी तोड़ मरोड़ कर पेश किया है.
इंदौर के सांसद शंकर लालवानी के द्वारा सिंधियों के लिए अलग राज्य बनाए जाने के विषय में वायरल वीडियो पर अब सांसद शंकर लालवानी ने सफाई दी है. सांसद के मुताबिक यह वीडियो 6 माह पुराना है. जिसमें उस समय पाकिस्तान में रह रहे कुछ हिंदुओं का विषय संसद में उठाया गया था और कई मुद्दों पर बात की गई थी. लालवानी के मुताबिक उन्होंने पाकिस्तान से प्रताड़ित हिंदुओं के प्रतिनिधिमंडल की मांगों को संसद में रखा था. लेकिन उनका वीडियो कांग्रेस के द्वारा जानबूझकर वायरल किया जा रहा है, जिसमें कि सिंधी राज्य की मांग बताई जा रही है.
लोकसभा में बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने संसद में ना केवल सिंधी भाषा में भाषण दिया बल्कि जातिगत आधार पर अलग से सिंधी राज्य बनाने की मांग भी कर दी. उन्होंने भाषण के दौरान सात मांगे मांगी हैं. लालवानी ने भारत में रह रहे 1 करोड़ सिंधियों के विकास के लिए सिंधी कल्याण बोर्ड के गठन की मांग के साथ 6 अन्य मांगे और मांगी हैं. उनकी इस मांग का सोशल मीडिया में जमकर विरोध हो रहा है.