इंदौर। राहुल गांधी की संसद से सदस्यता रद्द हो जाने के बाद कांग्रेस नेताओं के बीच खासी नाराजगी है यही वजह है कि अधिकांश कांग्रेस नेता निलंबन के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का षड्यंत्र बता रहे हैं. शनिवार को इंदौर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने राहुल गांधी के निलंबन को हिटलर शाही बताया है. सज्जन वर्मा ने कहा देश के शीर्ष पद पर जब तानाशाह बैठा हो तो ऐसा होना स्वाभाविक है. वर्मा ने शाह के छिंदवाड़ा दौरे को लेकर भी निशाना साधा है.
हिटलर और मुसोलिनी से बड़ा तानाशाह: इंदौर प्रेस क्लब में मीडिया से चर्चा के दौरान सज्जन वर्मा ने कहा कि, देश में अब लोकतांत्रिक व्यवस्था को धराशाई किया जा रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री पद पर एक तानाशाह बैठा है और खुद मोदी, हिटलर और मुसोलिनी से बड़ा तानाशाह हैं. ऐसे तानाशाह से निपटने के लिए उन्हीं की नीति अपनानी होगी. शनिवार को अमित शाह के छिंदवाड़ा दौरे पर भी टिप्पणी करते हुए वर्मा ने कहा कि अमित शाह सिर्फ चुनाव के पहले ईवीएम की जमावट का आकलन करने आए हैं क्योंकि उन्होंने चुनाव जीतने के लिए ऐसा ही किया है. हालांकि सज्जन वर्मा का कहना था कि अमित शाह कोई चमत्कारी पुरुष नहीं हैं जो अलादीन का चिराग लेकर छिंदवाड़ा आए हों. सज्जन ने कहा कि, सिर्फ यह मध्यप्रदेश में और खासकर छिंदवाड़ा में भय व्याप्त करना चाहते हैं कि वह खुद चुनाव में अपना सीधा दखल रखते हैं. छिंदवाड़ा में 7 विधानसभा सीटें कांग्रेस ने जीत रखी हैं और लोकसभा सीट भी कांग्रेस की है अमित शाह के दौरे से कांग्रेस की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.
कैलाश के आयोजन पर कसा तंज: इंदौर के पित्र पर्वत पर श्री श्री रविशंकर की मौजूदगी में 51 हजार लोगों के हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन कैलाश विजयवर्गीय द्वारा किए जाने के सवाल पर सज्जन वर्मा ने कहा कि सही समय पर कैलाश जी जीवन की अलग-अलग स्थितियां गृहस्थ आश्रम से वानप्रस्थ आश्रम की तरफ बढ़ गए हैं यह उनके लिए सही भी है. मैं उन्हें साधुवाद देता हूं कि वह अपने उद्देश्यों में सफल रहे हालांकि कभी हमारी जरूरत पड़े तो कैलाश जी हमें भी याद कर सकते हैं.