इंदौर। मेडिकल कॉलेज की परीक्षा नीट (NEET) में पास करवाने के नाम पर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह को पिछले दिनों एसटीएफ की टीम ने कार्रवाई कर गिरफ्तार किया था. इस कार्रवाई के बाद कोचिंग लीक्स का बड़ा खुलासा हुआ. पकड़े गए आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों के पास से कई तरह की जानकारियां हाथ लगी हैं. आरोपियों ने अपना जाल सात राज्यों में फैला रखा था और उन्होंने कई लोगों को निशाना बनाकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. फिलहाल पुलिस पकड़े गए तीनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है.
एसटीएफ इस पूरे मामले में सचिन उत्तराकर, सौरभ श्रीवास्तव, शंकर मानवटकर को गिरफ्तार कर उनसे लगातार पूछताछ कर रही है. पकड़े गए आरोपी ऐसे छात्र-छात्राओं को निशाना बनाते थे, जो नीट एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं. ये छात्र-छात्राओं का डाटा विभिन्न कोचिंग क्लास से ले लेते थे और फिर उनके परिजनों को फोन कर यह आश्वासन देते थे कि उनके बच्चों का एडमिशन मेडिकल कॉलेज में करवा दिया जाएगा. इसके एवज में वह पैसों की डिमांड करते थे. कई परिजन इनकी बातों में आ जाते थे और फिर यह आसानी से धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देते थे.
- 7 राज्य में फैलाया जाल, 10 साल में करोड़ों की ठगी
पकड़े गए आरोपियों ने एसटीएफ को बताया कि उन्होंने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना सहित कई राज्यों में अपने गिरोह के लोगों को तैयार कर रखा था. यहां से वह लगातार ऐसे छात्र छात्राओं को निशाना बनाते थे,जो नीट एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं. पकड़े गए आरोपियों के पास से एसटीएफ ने विभिन्न सरकारी कॉलेजों की सील, साइन भी जब्त की है. फिलहाल जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक इस ठग गिरोह ने पिछले 10 सालों में सैंकड़ों लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं. गैंग बड़े सलीके से कोचिंग संस्थानों से डाटा चुराता था और बाद में लोगों से संपर्क कर उनके बच्चों को डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज के कोटे से कॉलेज में एडमिश का झांसा देता था. अब तक 7 राज्यों के लोगों को इन्होने निशाना बनाया और करोड़ों रुपए ऐंठे.
- गुरुग्राम से लेकर मुंबई तक फैला था ठगी का जाल
आरोपियों ने विभिन्न जगह पर ऑफिस भी डाले हुए थे. उन्होंने उत्तर प्रदेश और हरियाणा के गुरुग्राम में विभिन्न कॉलेजों में एडमिशन दिलाने के नाम पर ऑफिस भी खोला था. इसी के आधार पर ये गिरोह लोगों से धोखाधड़ी कर रहा था. लेकिन जब इस पूरे रैकेट का खुलासा हुआ, तब उन्होंने मुंबई के मीर रोड पर एशिया पैसेफिक एजुकेशन काउंसलिंग ऑफ हायर एजुकेशन के नाम से एक फर्म बना ली और वहां पर ऑफिस खोल लिया. यहां से बैठकर ये पूरे देश में अपने रैकेट को संचालित करते थे. वहीं कुछ छात्र-छात्राओं से तो इन्होंने विदेश भेजने के नाम पर भी लाखों रुपए ठगे हैं.
- गिरफ्तार आरोपी
- एसटीएफ की टीम कर रही जांच
फ़िलहाल इस पूरे मामले में एसटीएफ लगातार जांच पड़ताल में जुटी हुई है. एसटीएफ पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर अब कोचिंग संस्थानों की जांच पड़ताल कर रही है जो बिना अनुमति छात्र-छात्राओं का डाटा इन आरोपियों को उपलब्ध करवाते थे. आने वाले समय में इस पूरे ही मामले में कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं.