इंदौर। प्रदेश में लगातार अनाज माफियाओं का खुलासा हो रहा है, सीएम शिवराज सिंह चौहन के निर्देश के बाद अब पुलिस और प्रशासन भी गेंहू और चावल माफियाओं का खुलासा करने में लगी है. अब इंदौर में राशन घोटाला सामने आया है, जिसके तार अन्य जिलों से भी जुड़ रहे हैं. राशन घोटाले में तकरीबन 50 करोड़ रुपए के अनाज की हेराफेरी का अनुमान लगाया जा रहा है.
महू में रहने वाले राशन माफिया मोहन अग्रवाल से करीब 600 बोरी राशन जब्त किया गया था, जिसके बाद पूरे मामले में जांच की जा रही थी. जांच में एक अन्य व्यापारी आयुष लोकेश अग्रवाल को भी संलिप्त पाया गया, जो पूरे राशन की हेराफेरी में सहयोगी था. पूरे मामले में जांच के दौरान सामने आया कि राशन सप्लायर मोहन अग्रवाल उचित मूल्य की दुकानों पर सप्लाई किए जाने वाले राशन में दुकान से ही 8 से 10 क्विंटल राशन को बचा लेता था. इसके एवज में मोहनलाल का पुत्र दुकान संचालकों को उस माल की राशि का भुगतान करता था.
लॉकडाउन के दौरान गरीबों की मदद के लिए दिए जा रहे राशन में ये गड़बाड़ी सामने आई है, पूरी मामले की जांच महू की राशन दुकानों में हो रही राशन की हेराफेरी की शिकायत के बाद की गई. मामला सामने आते ही कलेक्टर मनीष सिंह ने सभी अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए थे.
बता दें मामले से बचने के लिए मोहनलाल अग्रवाल व अन्य लोगों ने गलत दस्तावेज तैयार कर प्रशासन के सामने प्रस्तुत भी किए थे, जिसको लेकर भी आगामी कार्रवाई किए जाने की बात कही जा रही है. घोटाले में नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी भी शामिल हैं, जिसकी जांच की जा रही है.