इंदौर। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में सीएए के खिलाफ वामपंथी और कांग्रेसियों द्वारा जय भीम के नारे लगाने पर बीजेपी ने खासी आपत्ति जताई है. इंदौर में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमेशचंद्र रत्न और प्रदेशाध्यक्ष सूरज केरो ने अंबेडकर को लेकर वामपंथी और कांग्रेस के कारनामों को उजागर कर दिया.
वामपंथियों पर रमेश चंद्र रत्न का आरोप
सीएए के समर्थन में प्रेस वार्ता के लिए इंदौर पहुंचे रमेश चंद्र रत्न ने कहा कि जिस समय डॉक्टर अंबेडकर श्रम मंत्री थे और श्रमिकों और पूंजीपतियों के बीच में अंतर खत्म करना चाहते थे, उस समय वामपंथी उन्हें देखना भी पसंद नहीं करते थे. रमेश चंद्र रत्न ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने पहले तो डॉक्टर अंबेडकर को चुनाव में हराने का काम किया.
रमेश चंद्र रत्न का आरोप
रमेश चंद्र रत्न ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल के रहते ना तो उन्हें भारत रत्न दिया न ही जगजीवन राम का सम्मान. इतना ही नहीं डॉक्टर अंबेडकर के स्वर्गवास के दौरान जब उनका पार्थिव शरीर दिल्ली आया तो पार्थिव देह को उनके आवास तक पहुंचाने के लिए वाहन तक उपलब्ध नहीं कराया.
'अल्पसंख्यकों के विरोध में नहीं सीएए'
रमेश चंद्र रत्न ने कहा कि दिल्ली में बाबा साहब की समाधि के लिए ढाई गज जमीन भी नहीं दी. आज वहीं वामपंथी और कांग्रेसी जय भीम के नारे लगाकर उन्हीं के संविधान की दुहाई देते हुए नारे लगा रहे हैं. उन्होंने कहा सीएए के मुद्दे पर वामपंथी और कांग्रेस अल्पसंख्यकों को भ्रमित कर रहे हैं, जो अपने मंसूबों में कभी कामयाब नहीं हो सकते, क्योंकि सीएए जैसा कानून अल्पसंख्यकों के विरोध में कतई नहीं है.