इंदौर। उपचुनाव से ठीक पहले राजपूत समाज द्वारा आरक्षण खत्म करने की मांग करने से चुनाव के बीच ही आरक्षण का मुद्दा एक बार फिर गरमाने के आसार हैं. इंदौर में सांवेर के राजपूत समाज द्वारा आयोजित शस्त्र पूजन कार्यक्रम के दौरान आरक्षण को लेकर विरोध का सामना करना पड़ा. इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यक्रम से तत्काल रवाना हो गए, इधर समाज ने मांग की है कि यदि आरक्षण खत्म करने की मांग राज्य सरकार ने नहीं मानी, तो सरकार को प्रदेश व्यापी आंदोलन का सामना करना पड़ेगा.
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अपने चुनावी दौरे के बीच इंदौर के बिली एंड कन्वेंशन सेंटर में राजपूत समाज के शस्त्र पूजन समारोह में पहुंचे थे. यहां उनके संबोधन के बाद जैसे ही शस्त्र पूजन का मौका आया समाज के युवा समेत अन्य महिलाएं आरक्षण खत्म करने की मांग करने लगी. इस दौरान एक युवक ने मुख्यमंत्री का विरोध करते हुए मंच तक पहुंचने का प्रयास किया. जिसे मौजूद सुरक्षा बलों ने पहले ही रोक लिया, इसके बाद समाज के लोगों ने विरोध स्वरूप नारे भी लगाए, कार्यक्रम में अचानक विरोध होने के चलते मुख्यमंत्री मंच से उतरकर शस्त्र पूजन करने पहुंचे, लेकिन शोर-शराबे और विरोध के चलते वह मौके से तत्काल रवाना हो गए. इधर सांवेर के राजपूत समाज द्वारा किए गए विरोध से स्थानीय नेता भी सकते में आ गए. हालांकि इसके बावजूद समाज की महिलाओं एवं अन्य प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है, कि यदि सरकार ने आरक्षण खत्म करने संबंधी उनकी मांग नहीं मानी, तो न सिर्फ चुनाव में बल्कि चुनाव के बाद शिवराज सरकार को प्रदेश व्यापी आंदोलन का सामना करना पड़ेगा.
ये भी पढ़ें: एमपी में अब 'प्रताप-पद्मिनी' पुरस्कार, स्कूल सिलेबस में पद्मिनी की शौर्यगाथा: सीएम
कार्यक्रम में हंगामा करने वाले मनोहर रघुवंशी ने कहा कि चुनावों के दौरान ही राजपूत समुदाय की याद आती है, लेकिन जब 2018 में विधानसभा के चुनाव हुए थे तब इन्होंने अपने मंच से कहा था कि हमे ठाकुरों के वोट नहीं चाहिए, ब्रह्राणों के वोट नहीं चाहिए लेकिन अब उपचुनाव में ये एक बार फिर ठाकुरों की शरण में आए हैं और ठाकुरों के आगे बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं. लेकिन आज ठाकुर समाज शर्मिंदा है, जिन्होंने इन्हें आज फिर मंच पर चढ़ने दिया, जिन्होंने उस वक्त ठाकुरों का विरोध किया था.