इंदौर। इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इंदौर के जितने भी प्राइवेट हॉस्पिटल और सरकारी हॉस्पिटल मौजूद हैं. उनमें कई तरह की समस्या उत्पन्न हो रही हैं, इन्हीं समस्याओं के चलते एक गर्भवती महिला की मौत हो गई .
इंदौर में कई प्राइवेट हॉस्पिटल्स में आईसीयू और बेड की कमी है और इसी कमी का सामना एक गर्भवती महिला को करना पड़ा. समय पर इन सभी व्यवस्था नहीं होने के कारण उसकी मौत हो गई.
नहीं हो पाई वेंटिलेटर की व्यवस्था
करणी सेना के जिलाध्यक्ष अनुराग ने बताया कि उनके परिचित का उनके पास फोन आया. उनकी पत्नी की गंभीर हालत थी बेड नहीं मिलने से वह परेशान थे. मैंने अपने स्तर पर बेड पता किया. कहीं भी आईसीयू बेड नहीं मिला. इसके बाद ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ उसमें लगने वाले उपकरणों की व्यवस्था की गई तो 3 घंटे बाद नेहरु नगर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में बेड मिला. इसी के साथ यह भी बताया कि उनकी हालत काफी खराब है और डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने के लिए कहा है. उनको ऑक्सीजन लेवल घटकर 40 पहुंच गया है.
इसी के साथ डॉक्टरों ने कहा कि वेंटिलेटर की व्यवस्था करनी होगी. हमने शहर के कई बड़े नेता अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन किसी से भी संपर्क नहीं हो पाया. रात तकरीबन 12 बजे फिल्म अभिनेता सोनू सूद को कॉल किया और उनसे मदद की गुहार लगाई. सूद ने भी मैसेज के जरिए वेंटीलेटर की व्यवस्था करने की अपील की .लेकिन रात करीब 3 बजे अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की प्लस आना बंद हो गई और इसके कुछ देर बाद ही उनकी मां ने भी दम तोड़ दिया. महिला की एक 5 साल की बेटी भी है. वहीं उसके पति प्राइवेट जॉब करते हैं.
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इंदौर में लगातार आ रही है इस तरह की समस्या
इंदौर में लगातार प्राइवेट हॉस्पिटल और सरकारी हॉस्पिटल में कई तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है और इंदौर का जिला प्रशासन के साथ ही प्रभारी मंत्री कई तरह की समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दे रहे हैं लेकिन उसके बाद भी इंदौर के प्राइवेट हॉस्पिटल और सरकारी हॉस्पिटल में लगातार भर्ती मरीजों की कई समस्याओं के कारण मौत हो रही है. फिलहाल आने वाले समय में प्रशासन इंदौर के प्राइवेट हॉस्पिटल और सरकारी हॉस्पिटलों में जो स्वास्थ्य को लेकर जरुरी सामान जिसमें आईसीयू बेड दूसरे सामान शामिल हैं उनकी किल्लत को कब तक दूर करता है.