इंदौर। पांच साल पहले पाकिस्तान से भारत आई मूक-बधिर गीता के घर की तलाश इंदौर पुलिस कई तरह के जतन कर रही है. इस कड़ी में इंदौर पुलिस ने फेस ऐप के जरिए उसके बचपन की फोटो तैयार की है और अब उन राज्यों में फोटो को सर्कुलेट किया जाएगा जिन प्रदेशों का उसने जिक्र किया था, ताकि गीता के घर की तलाश हो सकें.
वहीं उसकी बोलचाल रहन-सहन व उसके व्यवहार को देखते हुए भी इंदौर पुलिस विभिन्न क्षेत्रों के वीडियो और चित्र के माध्यम से उसके घर की तलाश में जुटी हुई है. गीता फिलहाल इंदौर के शेल्टर होम आनंद सर्विस सोसायटी में रह रही है.
इन माध्यम से गीता के घर की तलाश
पाकिस्तान से आई गीता को घर पहुंचाने का जिम्मा इंदौर पुलिस के कंधों पर है. आला अधिकारियों से लेकर अधीनस्थ अधिकारियों तक जांच पड़ताल व उसके घर की तलाश की जा रही है. पिछले दिनों जहां एसपी ने उसे देश के अलग-अलग प्रदेशों के फोटो वह वीडियो दिखाए थे, वहीं इस कड़ी में इंदौर पुलिस ने एक और कदम उठाते हुए उसके बचपन के फोटो फेस एप के माध्यम से तैयार किए हैं.
फेस एप के जरिए घर की तलाश तेज
इंदौर पुलिस का मानना है कि गीता बचपन में किस तरह से दिखती होगी यह फेस ऐप के माध्यम से तैयार किया गया है. वहीं गीता ने पुलिस को बताया कि बचपन में उसके बाल काफी बड़े हुए थे. उसकी नाक भी दाई ओर से छिदी हुई है,जो सामान्यत साउथ की रहने वाली महिला की छिदी रहती है, अतः इस कारण उसके दक्षिण भारत के किसी प्रदेश के रहने की आशंका व्यक्त शुरू से की जा रही है, लेकिन बीच-बीच में वह फोटो व वीडियो देखने के बाद बिहार व झारखंड में रहने का भी जिक्र करती है.
कभी पहाड़ियों का भी जिक्र करती है गीता
वहीं जिस तरह से वह इंदौर पुलिस को बता रही है कि उसका घर पहाड़ियों के बीच में है और जिस जगह पर रहती है उस जगह पर एक माता का मंदिर है. वहीं जिस रेलवे स्टेशन से उसने पाकिस्तान के लिए ट्रेन पकड़ी थी, उस रेलवे स्टेशन पर भी काफी हलचल नहीं है और वह रेलवे स्टेशन भी काफी छोटा है. इधर पुलिस प्रदेश के अलग-अलग राज्यों की पुलिस से भी संपर्क कर गीता को उसके घर पहुंचाने की कोशिश कर रही है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही गीता अपने घर पहुंच जाएगी.