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आयुर्वेद की इस दवा से मजबूत हो रहा लोगों का इम्यून सिस्टम, आयुष डॉक्टर भी देतें हैं इसकी सलाह - आयुर्वेदिक दवाईयों का कोरोना पर असर

इंदौर में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा सबसे कारगर साबित हो रहा है. आयुष विभाग के द्वारा पूरे शहर में काढ़े का वितरण कराया जा रहा है. जिन इलाकों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही थी. वहां पर मरीजों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है.

Immunity system
इम्युनिटी सिस्टम
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Published : Jun 15, 2020, 8:03 PM IST

Updated : Jun 27, 2020, 1:56 AM IST

इंदौर। कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए अभी तक किसी भी प्रकार की वैक्सीन तैयार नहीं हो पाई है, लेकिन मानव शरीर का इम्यून सिस्टम अगर मजबूत है, तो कोरोना वायरस से लड़ा जा सकता है. इंदौर में लगातार बढ़ रहे मरीजों के बीच रविवार को 1 हजार से अधिक कोरोना वायरस के टेस्ट में मात्र 6 मरीज ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए, इसके पीछे सबसे बड़ा कारण शहर में लगातार बांटा जा रहा आयुर्वेदिक काढ़ा है, सबसे पहले इस काढ़े को शहर के संक्रमित इलाकों में बांटा गया. इसके लगातार सेवन से उन इलाकों में सामने आ रहे मरीजों की संख्या में भी गिरावट देखी गई. अब यह काढ़ा पूरे शहर में बांटा जा रहा है.

इम्यून सिस्टम

कारगर साबित हुआ आयुर्वेदिक काढ़ा
इंदौर में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा सबसे कारगर साबित हो रहा है, इसको ध्यान में रखते हुए आयुष विभाग के द्वारा पूरे शहर में काढ़े का वितरण कराया जा रहा है. इसके सेवन से इम्यून सिस्टम काफी पावरफुल बनाया जा सकता है. इस काढ़े का घर-घर प्रयोग हो रहा है.


संक्रमित इलाकों सबसे पहले दिया गया काढ़ा
आयुर्वेदिक काढ़ा बांटने की शुरुआत इंदौर शहर के कंटेनमेंट इलाकों से की गई. जिन इलाकों में सबसे अधिक मरीज सामने आ रहे थे, वहां पर स्क्रीनिंग के दौरान घर-घर काढ़ा बांटा गया. इस काढ़े के लगातार सेवन से कुछ दिनों में बेहतर परिणाम सामने आए और जिन इलाकों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही थी. वहां पर पॉजिटिव मरीजों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है.
संक्रमित मरीजों पर भी दिखा असर
आयुर्वेदिक काढ़े का असर कोरोना पॉजिटिव मरीजों पर भी दिखाई दिया, जो मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे थे, उन्हें भी यह काढ़ा दिया गया. इसका असर यह हुआ कि, पॉजिटिव मरीजों की जल्द ही रिपोर्ट निगेटिव आने लगी, लिहाजा यही कारण है कि, इंदौर शहर में 4 हजार मरीजों में से अब मात्र 989 मरीज ही कोरोना पॉजिटिव बचे हैं

5 लाख पैकेट बांटे गए, एक करोड़ का लक्ष्य
आयुष विभाग के द्वारा इंदौर शहर में एक करोड़ काढ़े के पैकेट बांटने का लक्ष्य रखा गया है. अब तक संक्रमित इलाकों में यह काढ़ा बांटा जा रहा था, लेकिन अब शहर के अन्य इलाकों में भी घर- घर इस काढ़े का वितरण किया जा रहा है, शहर में अभी तक पांच लाख आयुर्वेदिक काढ़े के पैकेट बांटे जा चुके हैं. आयुष विभाग के द्वारा इस काढ़े को घर पर तैयार करने की विधि भी बताई जा रही है, जिससे कि, आने वाले समय में इस काढ़े को घर में भी तैयार किया जा सके. आयुष विभाग इस काढ़े को जीवन अमृत योजना के तहत बांट रहा है.

हालांकि शहर में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा प्रतिदिन हो रहा है, लेकिन आयुर्वेदिक काढ़े के असर के कारण सामने आ रही मरीजों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है. वहीं स्वस्थ होकर घर लौट रहे मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.

इंदौर। कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए अभी तक किसी भी प्रकार की वैक्सीन तैयार नहीं हो पाई है, लेकिन मानव शरीर का इम्यून सिस्टम अगर मजबूत है, तो कोरोना वायरस से लड़ा जा सकता है. इंदौर में लगातार बढ़ रहे मरीजों के बीच रविवार को 1 हजार से अधिक कोरोना वायरस के टेस्ट में मात्र 6 मरीज ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए, इसके पीछे सबसे बड़ा कारण शहर में लगातार बांटा जा रहा आयुर्वेदिक काढ़ा है, सबसे पहले इस काढ़े को शहर के संक्रमित इलाकों में बांटा गया. इसके लगातार सेवन से उन इलाकों में सामने आ रहे मरीजों की संख्या में भी गिरावट देखी गई. अब यह काढ़ा पूरे शहर में बांटा जा रहा है.

इम्यून सिस्टम

कारगर साबित हुआ आयुर्वेदिक काढ़ा
इंदौर में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा सबसे कारगर साबित हो रहा है, इसको ध्यान में रखते हुए आयुष विभाग के द्वारा पूरे शहर में काढ़े का वितरण कराया जा रहा है. इसके सेवन से इम्यून सिस्टम काफी पावरफुल बनाया जा सकता है. इस काढ़े का घर-घर प्रयोग हो रहा है.


संक्रमित इलाकों सबसे पहले दिया गया काढ़ा
आयुर्वेदिक काढ़ा बांटने की शुरुआत इंदौर शहर के कंटेनमेंट इलाकों से की गई. जिन इलाकों में सबसे अधिक मरीज सामने आ रहे थे, वहां पर स्क्रीनिंग के दौरान घर-घर काढ़ा बांटा गया. इस काढ़े के लगातार सेवन से कुछ दिनों में बेहतर परिणाम सामने आए और जिन इलाकों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही थी. वहां पर पॉजिटिव मरीजों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है.
संक्रमित मरीजों पर भी दिखा असर
आयुर्वेदिक काढ़े का असर कोरोना पॉजिटिव मरीजों पर भी दिखाई दिया, जो मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे थे, उन्हें भी यह काढ़ा दिया गया. इसका असर यह हुआ कि, पॉजिटिव मरीजों की जल्द ही रिपोर्ट निगेटिव आने लगी, लिहाजा यही कारण है कि, इंदौर शहर में 4 हजार मरीजों में से अब मात्र 989 मरीज ही कोरोना पॉजिटिव बचे हैं

5 लाख पैकेट बांटे गए, एक करोड़ का लक्ष्य
आयुष विभाग के द्वारा इंदौर शहर में एक करोड़ काढ़े के पैकेट बांटने का लक्ष्य रखा गया है. अब तक संक्रमित इलाकों में यह काढ़ा बांटा जा रहा था, लेकिन अब शहर के अन्य इलाकों में भी घर- घर इस काढ़े का वितरण किया जा रहा है, शहर में अभी तक पांच लाख आयुर्वेदिक काढ़े के पैकेट बांटे जा चुके हैं. आयुष विभाग के द्वारा इस काढ़े को घर पर तैयार करने की विधि भी बताई जा रही है, जिससे कि, आने वाले समय में इस काढ़े को घर में भी तैयार किया जा सके. आयुष विभाग इस काढ़े को जीवन अमृत योजना के तहत बांट रहा है.

हालांकि शहर में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा प्रतिदिन हो रहा है, लेकिन आयुर्वेदिक काढ़े के असर के कारण सामने आ रही मरीजों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है. वहीं स्वस्थ होकर घर लौट रहे मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.

Last Updated : Jun 27, 2020, 1:56 AM IST
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