इंदौर। कोरोना काल में जहां छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है वहीं कोरोना काल के कुछ फायदे देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए सुकून भरे हैं. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय प्रदेश का एकमात्र ए प्लस ग्रेड विश्वविद्यालय है. विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न कोर्स संचालित किए जाते हैं, वहीं विश्वविद्यालय से संबद्धता रखने वाले महाविद्यालयों के छात्रों की डिग्री भी विश्वविद्यालय द्वारा ही जारी की जाती है. विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिमाह हजारों डिग्रियां जारी की जाती हैं, इसी के चलते कई बार छात्रों को काफी वक्त तक डिग्री का इंतजार करना पड़ता है. लेकिन लॉकडाउन में यूनिवर्सिटी ने समय का फायदा उठाते हुए इस इंतजार को खत्म कर दिया है.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा जारी की जाने वाली डिग्री में कई बार समय लग जाता है. इसका कारण है बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय द्वारा डिग्रियां जारी की जाती हैं. विश्वविद्यालय द्वारा जारी की जाने वाली डिग्रियों की पेंडेंसी लॉकडाउन के दौरान खत्म कर दी गई है. विश्वविद्यालय की कुलपति रेनू जैन के अनुसार करीब 4000 डिग्रियां लॉकडाउन के दौरान तैयार की गई हैं. जो छात्रों को अब दी जा रही हैं जिन छात्रों में लॉकडाउन के पूर्व डिग्री के लिए आवेदन दिया था उनकी समस्त डिग्रियां तैयार की जा चुकी है. अब प्रतिदिन आवेदनों के अनुसार डिग्रियां तैयार की जा रही हैं.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा जारी की जाने वाली डिग्रियां प्रतिदिन तैयार की जा रही हैं, ताकि अब कोई पेंडेंसी ना बने और छात्रों को जल्द ही डिग्रियां मिल सके और उन्हें किसी भी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े. हालांकि कई बार तकनीकी समस्याओं के चलते डिग्री बनाने का काम रोका भी जाता है.