इंदौर। इन्दौर के एमटीएच हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किया गया है. 40 वर्षीय राजेश को भी कोरोना संक्रमित बताकर एडमिट किया गया, लेकिन उसकी रिपोर्ट नेगेटिव थी, उसकी उम्र भी पेपरों में 80 साल बता दी गई, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने एमटीएच हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
40 वर्षीय राजेश को हार्ट में प्रॉब्लम होने के बाद परिजनों ने महू के एक डॉक्टर को दिखाया, जिसके बाद उसे इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन एमवाय हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उसे एमटीएच के कोविड-19 हॉस्पिटल में एडमिट करने की सलाह दी. परिजनों ने उसे एमटीएच हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया.
इंदौर में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था
राजेश की कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव आई, बावजूद इसके उसे डिस्चार्ज नहीं किया गया. 40 वर्षीय व्यक्ति को 80 वर्षीय बताकर उसका इलाज किया जा रहा था. एमटीएच में भर्ती राजेश ने फोन लगाकर अपनी पत्नी को कई तरह की लापरवाहियों के बारे में जानकारी दी थी. परिजन कई बार राजेश से मुलाकात करने की बात भी हॉस्पिटल में मौजूद डॉक्टरों को करते रहे, लेकिन एक भी बार भी परिजनों की मुलाकात नहीं हुई. इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई. इंदौर के सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में लगातार इस तरह की लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार किसी तरह की कोई कड़ी कार्रवाई नहीं करते हुए जांच के नाम पर इतिश्री कर रहे हैं.