इंदौर। इंदौर में 30 सितंबर को शाम 4 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर के सुपर कॉरिडोर में मेट्रो रेल के ट्रायल रन का शुभारंभ करेंगे. फिलहाल इंदौर में 5.9 किलोमीटर का ट्रायल होगा. हालांकि अगले साल तक गांधीनगर के सुपर कॉरिडोर से लव कुश चौराहा एमआर-10 बापट चौराहा होते हुए होटल रेडिसन तक मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी है. बताया जा रहा है कि इंदौर में 2026 के अंत तक मेट्रो ट्रेन शहर के पूरे सर्कल में दौड़ सकेगी. वहीं राजधानी भोपाल में 3 अक्टूबर को मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन होगा. जिसमें मेट्रो ट्रेन 5 किलोमीटर क्षेत्र में चलाई जाएगी. भोपाल में अगले वर्ष अप्रैल में तक सुभाष नगर रेलवे स्टेशन से हबीबगंज स्टेशन होते हुए एम्स हॉस्पिटल तक मेट्रो ट्रेन से पैसेंजर का मूवमेंट शुरू किया जा सकेगा. MP Metro Project
इंदौर में 7 लाख लोग प्रतिदिन करेंगे सफर : इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए फिलहाल 25 ट्रेनें लाई जा रही हैं. एक ट्रेन में तीन कोच होंगे. इस हिसाब से 1 दिन में 7 लाख लोग सफर कर सकेंगे. 2026 के बाद इंदौर जब पूरी तरह से मेट्रो ट्रेन के मूवमेंट के लायक होगा, तब एक कोच में स्टैंडिंग और सिटिंग मिलकर 300 सवारी आ सकेंगी. एक ट्रेन में एक बार में तीनों कोच में 900 यात्रियों के सफर करने की व्यवस्था होगी. इंदौर की मेट्रो ट्रेन फिलहाल ड्राइवर चलाएंगे लेकिन ट्रेन की तकनीकी पूरी ड्राइवरलेस है, जो भविष्य में बिना ड्राइवर के भी चलाई जा सकेगी.
ये खबरें भी पढ़ें... |
5 साल में डेढ़ गुनी हुई लागत : मेट्रो ट्रेन परियोजना के एमडी मनीष सिंह के मुताबिक इंदौर में इसका किराया नॉमिनल रखने की तैयारी की जा रही है. इसके अलावा ट्रेन में स्टेशन सिगनलिंग और कंट्रोल सेंटर विश्व स्तरीय आधुनिक तकनीकी से तैयार किये जा रहे हैं. इंदौर में ही 10 हजार करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है. मेट्रो रेल परियोजना पर फरवरी 2019 में काम शुरू हुआ था. जिसे 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य था लेकिन कोविड के कारण काम के पिछड़ने के कारण निर्माण लागत में लगातार वृद्धि हुई है. वर्ष 2018 में जो रूट एलाइनमेंट किया गया था उसमें मेट्रो की लागत 7500 करोड़ रुपए तय की गई थी लेकिन बीते 5 वर्षों में 50 फीसदी लागत की बढ़ोतरी होगी. MP Metro Project