इंदौर। मंगलवार को इंदौर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश में बार-बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा हो रहा है. एक बार फिर वह आएंगे. केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों को विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए उतार दिया, वह भूल गए हैं इन सांसद और केंद्रीय मंत्रियों के नीचे की जमीन बिल्कुल खोखली है. हम लोगों को इसका आभास है. लेकिन उनको आभास नहीं है. चाहे कितना ही बड़ा नेता हो, उसके नीचे की जमीन खोखली हो गई है.
अमित शाह गलतफहमी में हैं : सज्जन वर्मा ने कहा कि बड़े नेताओं को चुनावी मैदान में उतरने वाले चाणक्य अमित शाह ने इसी रणनीति के तहत कर्नाटक में 60 रैलिया मोदी जी की कराई थीं. खुद नरेंद्र मोदी केंद्र की सरकार में ताला लगाकर कर्नाटक पहुंच गए थे लेकिन क्या हुआ. अब जनता समझदार हो गई है. दरअसल, भाजपा को सत्ता की इतनी गहरी लोलुपता है कि वह केंद्र और राज्य में लगातार सरकार में रहना चाहती है. उसे केंद्र में भी चाहिए और राज्य में भी चाहिए. भाजपा और उनके नेता यह जानने को तैयार नहीं है कि महंगाई के दौर में कैसे देश गुजर रहा है.
विजयवर्गीय पर कसा तंज : वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी ने आपको बहुत चमत्कारी मान लिया लेकिन अब जनता बेरोजगारी, महंगाई और घोटाले से इतनी परेशान है कि अब बड़े नेताओं के भी जमीनी धरातल पर चमत्कार होना मुश्किल है. उन्होंने कैलाश विजयवर्गी को मुख्यमंत्री बनने के नारों पर टिप्पणी करते हुए कहा इस तरह की टिप्पणी कैलाश जी के लिए ठीक नहीं है. आज उन्हें नारों में मुख्यमंत्री बना रहे हैं कार्यकर्ता लेकिन प्रधानमंत्री मत बना देना, नहीं तो मोदी जी भगाने में एक मिनट की देर नहीं करेंगे.
विजयवर्गीय के खिलाफ संजय शुक्ला लड़ेंगे : कांग्रेस की लिस्ट को लेकर वर्मा ने कहा कि एक-दो दिन जारी की जाएगी. बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री के सामने एक सामान्य कार्यकर्ता को कांग्रेस से मैदान में उतरने के संकेत भी भी वर्मा ने दिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जंबो सूची एक-दो दिन में जारी होगी. कैलाश विजयवर्गीय के चुनाव लड़ने के कारण संजय शुक्ला की दावेदारी वाले सवाल पर वर्मा का कहना था कि संजय शुक्ला 365 दिन में से 320 दिन एक नंबर क्षेत्र में ही रहते हैं. वहीं हमारे एकमात्र उम्मीदवार हैं. घर-घर उनकी पहुंच है. पति-पत्नी दोनों घूमते रहते हैं. यह बात सही है एक नंबर क्षेत्र की जनता नेता नहीं, सेवक चाहती है. सेवक का असली चेहरा संजय शुक्ला है.