इंदौर। दुनिया भर में बढ़ते कोरोना और ओमीक्रोन के संक्रमण की तत्काल जांच के लिए तरह-तरह के प्रयास हो रहे हैं. वहीं मध्य प्रदेश में कोरोना हॉटस्पॉट बन चुके इंदौर में कोरोना (MP corona cases) और ओमीक्रोन सस्पेक्ट के सैंपल शहर के विभिन्न कलेक्शन सेंटर से लैब तक का सफर ड्रोन के जरिए तय करेंगे. हाल ही में इंदौर की सेंट्रल लैब ने इसे लेकर एक प्रस्ताव स्वीकृति के लिए डीजीसीए को भेजा है, जिसमें ड्रोन प्लेन के जरिए शहर के विभिन्न इलाकों से कोरोना और ओमीक्रोन के संदिग्ध मरीजों के सैंपल (Covid samples transportation by drone) तत्काल जांच के लिए जांच केंद्रों से सेंट्रल लैब तक पहुंचाने की व्यवस्था होगी. हाल ही में इंदौर में इसका सफल ट्रायल भी हो चुका है. डीजीसीए की स्वीकृति मिलते ही प्रदेश में यह पहला प्रयास होगा, जिसमें ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग कोरोना मरीजों की त्वरित जांच में किया जा सकेगा.
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कम समय में पहुंचेगा सैंपल
भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हाल ही में ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग आमजन के हित में बढ़ाने संबंधी जो नीति लागू की है, उसके अनुरूप इंदौर में पहली बार कोरोना मरीजों के त्वरित उपचार के लिहाज से ड्रोन के उपयोग का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए शहर की सबसे बड़ी निजी सेंट्रल लैब की संचालिका डॉ विनीता कोठारी ने पूरी टेक्नोलॉजी के अध्ययन के बाद शहर के 24 अलग-अलग इलाकों में स्थापित जांच केंद्रों से कोरोना मरीजों के सैंपल कलेक्शन पूरी चिकित्सकीय मापदंडों के तहत एक प्रमुख जांच केंद्र पर भेजने का सफल ट्रायल किया है. इसके लिए एक एजेंसी की मदद से सैंपल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने की टेस्टिंग के बाद एरिया की मार्किंग भी हो रही है, दरअसल कोशिश यह की जा रही है कि सैंपलिंग से लेकर जांच तक में कम समय लगे और मरीजों को जांच रिपोर्ट जल्द-से-जल्द उपलब्ध कराई जा सके.
इंदौर में कोरोना बेकाबू (corona hotspot Indore)
इंदौर में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, पिछले 15 दिनों में ही 20 गुना संक्रमण फैल गया है. 8 दिनों में ही 2360 नए मरीज मिल चुके हैं. एक्सपर्ट ने आशंका जताई है कि इंदौर में अगले सात दिनों में ही कोरोना संक्रमण का पीक आ सकता है. तब रोजाना पांच हजार मरीज मिल सकते हैं. तीन दिन से मरीजों का आंकड़ा 500 पार जा रहा है. जिला आपदा प्रबंध समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे बताते हैं कि आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या निश्चित तौर पर बढ़ेगी. यह बढ़ोतरी अप्रत्याशित होगी. पिछली लहर में हर दिन अधिकतम 1800 मरीज मिले थे, इस बार रोजाना 5000 मरीज मिल (5000 patients will be found daily in Indore) सकते हैं.