इंदौर। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी सरगर्मियां तेज होते ही मध्यपदेश में पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनावी मोर्चा संभाल लिया है. वह इसकी शुरुआत आज रविवार को इंदौर से करने जा रहे हैं. शाह आज करीब 2 बजे इंदौर पहुंचें. जहां भगवान परशुराम की जन्मस्थली पर पूजन और दर्शन के बाद वे अंचल के करीब 5000 कार्यकर्ताओं को बूथ मैनेजमेंट का पाठ पढ़ाएंगे.
भगवान परशुराम की जन्मस्थली के करेंगे दर्शन: इस दौरान अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पार्टी के संगठन मंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय समेत तमाम भाजपा नेता मौजूद रहेंगे. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोपहर 2 बजे इंदौर एयरपोर्ट पहुंचें. यहां से शाह जानापाव में भगवान परशुराम की जन्मस्थली में दर्शन एवं पूजन करेंगे. दोपहर 3 बजे मां कनकदेवी मंदिर, आईटीआई के पास आयोजित बूथ कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
सम्मेलन में 50 हजार कार्यकर्ता होंगे सम्मिलित: शाह शाम 5 बजे होटल मैरियट में बैठक को संबोधित करेंगे. अमित शाह रात्रि 8.15 बजे एयरपोर्ट पहुंचेंगे दिल्ली रवाना होंगे. इधर शहर में शाह के दौरे के मद्देनजर एयरपोर्ट से लेकर आयोजन स्थल तक व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. वही. पार्टी ने पूरे रास्ते में व्यापक स्वागत की तैयारियां कर रखी हैं. अमित शाह के इंदौर प्रवास पर होने वाले संभागीय कार्यकर्ता सम्मेलन की जानकारी देते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि ''संभागीय सम्मेलन में लगभग 50 हजार कार्यकर्ता सम्मिलित होंगे. शहर में अमित शाह के स्वागत के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं.''
मालवा अंचल की 66 सीटों पर फोकस: दरअसल लगातार 20 साल भाजपा के शासन के बाद अब पार्टी कहीं न कहीं anti-incumbency को लेकर आशंकित है. यही वजह है कि इस बार मध्य प्रदेश की चुनावी बागडोर पूरी तरह से केंद्र के हाथों में है. खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश को लेकर सक्रिय हैं. यह पहला मौका है जब सीधे केंद्रीय नेतृत्व द्वारा मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने के लिए अहम रोल अदा करने वाली मालवा निमाड़ की 66 सीटों पर फोकस कर रहे हैं. इसके लिए वे सीधे संभागीय नेताओं से चर्चा करेंगे. वही, पार्टी के बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करेंगे.
कार्यकर्ताओं को देंगे मतदाताओं के बीच पहुंचने का संदेश: दरअसल पार्टी की कोशिश है कि यदि बूथ स्तर पर पार्टी अपनी जमावट पूरी तरह से कर ले तो फिर सत्ता में रहते चुनाव जीतना मुश्किल नहीं है. इसके अलावा अमित शाह अब कार्यकर्ताओं को सीधे मोदी की लोक कल्याणकारी नीतियों के जरिए मतदाताओं के बीच पहुंचने का संदेश भी देने जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि इस बार मध्यप्रदेश में भी कोई चुनावी चेहरा होने के बजाय सीधे नरेंद्र मोदी के विकास कार्यक्रमों और जनकल्याण की नीतियों के आधार पर पार्टी चुनाव में मतदाताओं के बीच पहुंचने की तैयारी कर चुकी है. हर सीट पर इस बार केंद्र की सहमति के साथ नजर रहने वाली है. यही वजह है कि खुद अमित शाह मालवा निमाड़ में सत्ता के केंद्र रहने वाले इंदौर में पहुंचकर पार्टी की चुनावी एवं संगठनात्मक तैयारियों पर मंथन करने के साथ पार्टी के बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करने पहुंच रहे हैं.