इंदौर। एक युवक सागर से इंदौर में आकर एक कंपनी में अकाउंटेंट की नौकरी करने लगा. साथ ही सीए की इंटर्नशिप भी कर रहा था. इसी दौरान वह जालसाज बन गया और उसने जिस कंपनी में वह काम करता था, उसी नाम से एक फर्जी कंपनी बनाकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दे दिया. जब इस पूरे मामले की जानकारी असली कंपनी के संचालक लगी तो तुकोगंज थाने पर इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई गई. तुकोगंज पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी कार्तिक पटेल को हिरासत में लिया.
पहले अकाउंटेंट बना युवक : कार्तिक एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में अकाउंटेंट का काम कर रहा था. आरोपी सागर का रहने वाला है और इंदौर में आकर उसने सबसे पहले आशीष शर्मा की रत्नमणि कॉम्प्लेक्स में मौजूद मेगा बिल्डर्स के यहां से नौकरी की शुरुआत की. इस दौरान उसने कंपनी से डेढ़ लाख रुपए की धोखाधड़ी की तो कंपनी के कर्ताधर्ताओ ने लिखा-पढ़ी कर उसे छोड़ दिया.
फर्जी तरीके से प्लॉट बेचे : इसके बाद आरोपी कार्तिक ने मेगा बिल्डर्स नाम से एक फर्जी कंपनी बना ली और उसके नाम पर प्लॉट बेचने के नाम पर उसने कई लोगों से लाखों रुपया ऐंठ लिया. जब पिछले दिनों पूरे मामले की जानकारी पुलिस तक पहुंची तो आरोपी को गिरफ्तार किया गया. प्रारंभिक जांच-पड़ताल में यह बात सामने आ रही है कि आरोपी ने 25 लोगों से फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपए ठगे हैं. (Man cheated of lakhs by a fake company) (Cheating cases increases in Indore)