इंदौर। स्वर कोकिला लता मंगेशकर के लिए दुआओं का दौर जारी है. सुर सम्राज्ञी का जन्म इंदौर में हुआ है और लता मंगेशकर से जुड़ने के कारण इंदौर का नाम भी पूरे देश और विदेशों में मशहूर है. लता मंगेशकर का जन्म इस क्षेत्र में हुआ था आज भी वो इलाका उन्हीं के नाम से ही जाना जाता है और बच्चा-बच्चा वहां पर लता मंगेशकर के घर भी पहचानता है.
पढ़ने में थीं होशियार
लता मंगेशकर के बारे में मोहल्ले में उनके पड़ोस में रहने वाले बुजुर्ग ने बताया कि लता और उनका परिवार सालों यहां पर रहा. बचपन से ही लता मंगेशकर पढ़ने में काफी होशियार थी साथ ही उनके परिवार के बारे में आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि उनका परिवार भी काफी अच्छा था और सभी से मिलकर रहते थे लता मंगेशकर का बचपन इंदौर में ही गुजरा और वह इन्हीं गलियों में खेलते हुए बड़ी हुईं और फिर अपने परिवार के साथ मुंबई चली गई, इसके बाद कभी लौट कर नहीं आईं. लेकिन जो भी समय लता मंगेशकर ने इंदौर शहर में गुजारा वह इंदौर के लिए यादगार बन गया.
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इंदौर से लता जी का विशेष लगाव
जिस तरह इंदौर वासी लता मंगेशकर को प्यार करते हैं, वैसे ही सुर सम्राज्ञी का इंदौर से विशेष लगाव है. इंदौर के लिए लता मंगेशकर ने भी कई तरह के विकास कार्य करवाए और उन्हीं में से एक है इंदौर के लोहा मंडी क्षेत्र में माई मंगेशकर सभागृह. उसके बारे में बताया जाता है कि उसका निर्माण लता मंगेशकर के भाई ने लता मंगेशकर की मां की याद में करवाया था.
(Lata Mangeshkar health critical) (Lata Mangeshkar born in Indore)