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एमजीएम का लैब टेक्नीशियन हुआ कोरोना संक्रमित, टेस्ट के लिए पेंडिंग पड़े हैं डेढ़ हजार सैंपल

इंदौर मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब का लैब टेक्नीशियन ही संक्रमित हो चुका है. जिसके कारण बीते 2 दिनों से जांच का काम लगातार प्रभावित हो रहा है. ऐसे में 15 सौ से ज्यादा सैंपल जांच रिपोर्ट के लिए पेंडिंग है.

Lab technician infected
लैब टेक्नीशियन हुआ संक्रमित
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Published : Apr 22, 2020, 7:27 PM IST

इंदौर। कोरोना महामारी का केंद्र बन चुके इंदौर में अभी भी करीब डेढ़ हजार कोरोना के संभावित मरीजों की जांच ही नहीं हो पाई है. इन हालातों में जहां कई मरीजों की मौत हो रही है. वहीं कई का इलाज ही शुरू नहीं हो पा रहा है. इतना ही नहीं अब इंदौर मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब का लैब टेक्नीशियन ही संक्रमित हो चुका है. जिसके कारण बीते 2 दिनों से जांच का काम लगातार प्रभावित हो रहा है. हालांकि अब राज्य शासन के निर्देश पर जल्द से जल्द लंबित जांच रिपोर्ट जारी करने के निर्देश दिए गए हैं.

एमजीएम का लैब टेक्नीशियन हुआ संक्रमित

इंदौर की कोविड जांच लैब में लैब टेक्नीशियन के संक्रमित पाए जाने के बाद लगभग आधा स्टाफ क्वॉरेंटाइन हो चुका है. हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने लैब टेक्नीशियन के स्थान पर डॉक्टर को संक्रमित होना बताया था. इस बीच सैंपलिंग भी नहीं होने के कारण इंदौर में पाए जाने वाले पॉजिटिव मरीजों की संख्या में भी कमी आई थी. हालांकि अब पता चला है कि शहर के विभिन्न क्वॉरेंटाइन क्षेत्रों से लिए गए करीब 15 सौ से ज्यादा सैंपल जांच रिपोर्ट के लिए पेंडिंग है. अब प्रशासन ने दावा किया है कि लैब में आरएनए इंस्ट्रक्टर मशीन की व्यवस्था कर ली गई है. जिसके फलस्वरूप अब तेजी से टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त हो सकेगी.

पीसीआर मशीन से होंगी प्रतिदिन 800 जांचें

इंदौर में संभावित संक्रमित मरीजों के सैंपल की जांच में तेजी लाने के लिए सीएसआर फंड से पीसीआर मशीन खरीदी जा रही है. बताया जा रहा है यह मशीन 2 घंटे में औसत 96 टेस्ट कर सकती है. इस तरह दिनभर में यह 800 सैंपल की जांच कर सकेगी. इधर इंदौर में एकेवीएन के एमडी कुमार पुरुषोत्तम का कहना है कि इस मशीन को क्रय करने के लिए बेंगलुरु की कंपनी के पास 60 लाख रुपए जमा करा दिए गए हैं. बताया जा रहा है एक-दो दिन में मशीन आ जाएगी

इंदौर। कोरोना महामारी का केंद्र बन चुके इंदौर में अभी भी करीब डेढ़ हजार कोरोना के संभावित मरीजों की जांच ही नहीं हो पाई है. इन हालातों में जहां कई मरीजों की मौत हो रही है. वहीं कई का इलाज ही शुरू नहीं हो पा रहा है. इतना ही नहीं अब इंदौर मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब का लैब टेक्नीशियन ही संक्रमित हो चुका है. जिसके कारण बीते 2 दिनों से जांच का काम लगातार प्रभावित हो रहा है. हालांकि अब राज्य शासन के निर्देश पर जल्द से जल्द लंबित जांच रिपोर्ट जारी करने के निर्देश दिए गए हैं.

एमजीएम का लैब टेक्नीशियन हुआ संक्रमित

इंदौर की कोविड जांच लैब में लैब टेक्नीशियन के संक्रमित पाए जाने के बाद लगभग आधा स्टाफ क्वॉरेंटाइन हो चुका है. हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने लैब टेक्नीशियन के स्थान पर डॉक्टर को संक्रमित होना बताया था. इस बीच सैंपलिंग भी नहीं होने के कारण इंदौर में पाए जाने वाले पॉजिटिव मरीजों की संख्या में भी कमी आई थी. हालांकि अब पता चला है कि शहर के विभिन्न क्वॉरेंटाइन क्षेत्रों से लिए गए करीब 15 सौ से ज्यादा सैंपल जांच रिपोर्ट के लिए पेंडिंग है. अब प्रशासन ने दावा किया है कि लैब में आरएनए इंस्ट्रक्टर मशीन की व्यवस्था कर ली गई है. जिसके फलस्वरूप अब तेजी से टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त हो सकेगी.

पीसीआर मशीन से होंगी प्रतिदिन 800 जांचें

इंदौर में संभावित संक्रमित मरीजों के सैंपल की जांच में तेजी लाने के लिए सीएसआर फंड से पीसीआर मशीन खरीदी जा रही है. बताया जा रहा है यह मशीन 2 घंटे में औसत 96 टेस्ट कर सकती है. इस तरह दिनभर में यह 800 सैंपल की जांच कर सकेगी. इधर इंदौर में एकेवीएन के एमडी कुमार पुरुषोत्तम का कहना है कि इस मशीन को क्रय करने के लिए बेंगलुरु की कंपनी के पास 60 लाख रुपए जमा करा दिए गए हैं. बताया जा रहा है एक-दो दिन में मशीन आ जाएगी

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