इंदौर। इंदौर में कांग्रेस कमेटी द्वारा किए गए कलेक्टर कार्यालय पर मौन प्रदर्शन के दौरान हुए बलवा और कांग्रेसियों पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर कांग्रेसी विधायकों ने डीआईजी को ज्ञापन सौंपकर न्याय संगत कार्रवाई की मांग की है. दरअसल इंदौर में कांग्रेस कमेटी के सैकड़ों कार्यकर्ता और कांग्रेसी विधायकों ने धार्मिक आयोजनों की अनुमति को लेकर राजवाड़ा से कलेक्टर कार्यालय तक मौन प्रदर्शन किया था. कलेक्टर कार्यालय पर कुछ कार्यकर्ताओं ने विवाद की स्थिति निर्मित की.
जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को नियंत्रण करने के लिए लाठीचार्ज सहित वाटर कैनन का उपयोग किया था. इसके बाद पुलिस ने कांग्रेसियों पर शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था. जिसको लेकर गुरुवार को कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं सहित पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला ने डीआईजी कार्यालय पर पहुंचकर ज्ञापन सौंपा.
प्रशासन पर भेदभाव करने के लगाए आरोप
डीआईजी से मुलाकात करने पहुंचे पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और विधायक संजय शुक्ला ने प्रदेश सरकार और इंदौर प्रशासन पर आरोप लगाए है. जीतू पटवारी का कहना है कि मध्य प्रदेश में एक ओर तो बीजेपी अलग-अलग तरह के आयोजन कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर जब कांग्रेस कार्यकर्ता धार्मिक कार्यक्रमों की अनुमति लेने के लिए पहुंचे तो उन पर लाठियों से हमला कर दिया.
कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला का कहना है कि कांग्रेसी शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने के लिए जा रहे थे, तो वहां पर योजनाबद्ध तरीके से प्रशासन ने उनके ऊपर लाठियों से हमला कर दिया. कांग्रेस विधायक ने डीआईजी से यह भी मांग कि जिन पुलिसकर्मियों ने जनप्रतिनिधियों के साथ बदसलूकी की है. उन पुलिसकर्मियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाए.
कल कांग्रेस ने प्रदर्शन किया था. इस कार्यक्रम के दौरान कई कांग्रेसियों पर केस दर्ज किया गया था. इस मामले में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और विधायक संजय शुक्ला ने ज्ञापन सौंपा है. मामले की डांच की जाएगी. जो भी तथ्य होंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
- मनीष कपूरिया, डीआईजी, इंदौर