इंदौर। प्रदेश के सबसे चर्चित हनी ट्रैप मामले में सोमवार को दो बड़ी अपडेट आई, जिसनें आरोपी को कोर्ट ने जमानत दी तो, वहीं जीतू सोनी के एक बिजनेस पार्टनर ने आत्महत्या कर ली. जमानत के मामले में कहा जा रहा है कि और भी अन्य आरोपियों को राहत मिल सकती है. वहीं जीतू सोनी के एक बिजनेस पार्टनर के आत्महत्या के बाद पुलिस पर सवाल भी खड़े होने लगे हैं.
जीतू सोनी के बिजनेस पार्टनर ने की आत्महत्या
मध्यप्रदेश में सुर्खियों में रहने वाले जीतू सोनी प्रकरण में इंदौर में एक मौत का मामला भी जुड़ गया है. जीतू सोनी के बिजनेस पार्टनर नरेंद्र रघुवंशी ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. पिछले दो महीनों से वह पैरोल से रिहा हुए थे और मंगलवार को उनकी पैरोल की अवधि खत्म होने वाली थी. देर रात उन्होंने परिजनों से मुलाकात की और कहा कि जल्द ही वापस लौट आऊंगा. लेकिन जब परिजनों ने सुबह देखा तो वह फांसी पर लटके मिले.
पूरे मामले की सूचना अन्नपूर्णा पुलिस को दी गई अन्नपूर्णा पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू की. इसी दौरान नरेंद्र रघुवंशी के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला. जिसमें उन्होंने जिक्र किया कि वे अपनी मर्जी से जान दे रहा है.
वहीं पुलिस और प्रशासन के बारे में लिखा कि उनके खिलाफ जो भी कार्रवाई की गई उससे प्रतिष्ठा धूमिल हो गई है. उस वजह से वे जान दे रहा है. इसी के साथ उन्होंने मरने के बाद अपनी आंख दिल किडनी लीवर किसी जरूरतमंद को डोनेट करने की बात का भी जिक्र किया है.
जेल से फिर थाने पहुंचा जीतू सोनी, रेप मामले में पुलिस ने लिया रिमांड
पुलिस ने जीतू सोनी के पार्टनर नरेंद्र रघुवंशी को भी मानव तस्करी संबंधित प्रकरण में आरोपी बनाया था और कार्रवाई कर जेल में बंद कर दिया था. पिछले कुछ दिनों से वो पैरोल पर बाहर था. हालांकि उनकी आत्महत्या के बाद पुलिस जांच में जुट गई है.
माय होम के कर्मचारी को कोर्ट ने दी जमानत
प्रदेश के सबसे चर्चित हनी ट्रैप मामले माय होम के कर्मचारी को राहत मिली है. कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के रहने वाले एक आरोपी को इंदौर हाई कोर्ट में जमानत के लिए याचिका प्रस्तुत की थी, जिस पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए आरोपी को जमानत दे दी है. अब संभावना यह भी व्यक्त की जा रही है कि इस पूरे ही मामले में पुलिस के गिरफ्त में आए 60 आरोपियों को भी कोर्ट राहत दे सकती है.
बता दें माय होम के संचालक जीतू सोनी पर कार्रवाई सहित माय होम में कार्रवाई के समय पुलिस द्वारा होटल में काम करने वाले कई कर्मचारियों को भी विभिन्न धाराओं में आरोपी बनाया गया था. जीतू सोनी सहित केस से जुड़े अन्य लोगों को पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे कर दिया था. इसमे तकरीबन 60 से अधिक कर्मचारी शामिल थे जो माय होम में अलग-अलग काम करते थे.