इंदौर। प्रदेश की आंगनबाड़ियों में कुपोषण मिटाने के लिए कमलनाथ सरकार बच्चों को अंडा खिलाने की तैयारी में है. बीजेपी ने इसे बच्चों को मांसाहारी बनाने का प्रयास बताया है. इस बीच राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने सरकार का बचाव करते हुए कहा है कि जो भी बच्चा कुपोषित होगा, उसके परिजनों से पूछकर ही अंडा खिलाएंगे.
जीतू पटवारी ने कहा कि सरकार की मूल भावना है कि कुपोषण खत्म हो, अंडा किसी भी विवाद की वजह नहीं होना चाहिए. मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर जीतू पटवारी ने प्रेस वार्ता कर मीडिया के सवालों का जबाव दिया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की आंगनबाड़ियों में कुपोषण मुक्ति के लिए अंडा खिलाने के सुझाव पर महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी का बचाव भी किया. साथ ही कहा कि ग्वालियर समेत बुंदेलखंडअंचल में कुपोषण की स्थिति गंभीर रही है.
ऐसे में सरकार की प्राथमिकता है कि हर हाल में बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाई जाए. जहां तक अंडा खिलाने का सवाल है तो परिजनों से पूछकर ही ऐसा करना उचित होगा. उन्होंने कहा ऐसे मामलों में भी जोर जबरदस्ती करना सरकार की मंशा नहीं है.
मंत्री सचिन यादव का बयान
इधर रतलाम पहुंचे कृषि मंत्री सचिन यादव ने महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी के कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों को अंडा परोसने के बयान का समर्थन किया है. सचिन यादव ने कहा कि अंडा अब हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण अंग बन चुका है. उन्होंने यह भी कहा कि जो बच्चे अंडा नहीं खाना चाहते हैं, उनको खाने के लिए कुछ और दिया जाएगा, लेकिन एक ही किचन में आहार बनाने के सवाल को मंत्री जी टाल गए.