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इटली में चहकेगी इंदौर की शक्ति, बच्ची को गोद ले रहा विदेशी दंपति - इटली का दंपति इंदौर से एक बच्ची को गोद लेगा

अनाथ आश्रमों में लाखों बच्चे बिना परिवार के जीवन जीने को मजबूर होते हैं लेकिन बहुत से ऐसे दंपत्ति भी हैं जो इनको गोद लेकर एक नई जिंदगी और परिवार देते हैं. इंदौर संजीवनी सेवा संगम संस्थान से इटली के दंपति ने एक बच्ची को गोद लेने की तैयारी की है.

Italian couple adopt a girl child from indore
इटली में चहकेगी इंदौर की शक्ति
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Published : May 3, 2023, 10:20 PM IST

इटली में चहकेगी इंदौर की शक्ति

इंदौर। दुनिया भर में हजारों बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता नहीं होने के कारण जहां वे लावारिस जीवन जीने को मजबूर हैं. वहीं ऐसे दंपतियों की संख्या भी कम नहीं है जो इन मासूम बच्चों को गोद लेकर उन्हें नई जिंदगी देना चाहते हैं. इतना ही नहीं अब बच्चों को गोद लेने में विभिन्न रास्तों की सीमाएं भी बाधा नहीं बन रही है. यही वजह है कि अब दुनिया भर के विदेशी नागरिक भी भारतीय बच्चे आसानी से गोद ले रहे हैं. इंदौर में ही स्थिति यह है कि यहां अब तक विदेशी दंपतियों द्वारा करीब डेढ़ हजार बच्चों को गोद लिया जा चुका है. हाल ही में फिर यहां एक इटली की दंपत्ति द्वारा एक बच्ची को गोद लेने की तैयारी की गई है.

विदेशी दंपत्ति ले रहे गोद: देशभर में लावारिस बच्चों और संतान इन दंपतियों को परस्पर मदद की दृष्टि से भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी कारा की मदद से गोद लेने की प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है. इस प्रक्रिया के तहत अब विदेशी नागरिक भी आसानी से भारतीय बच्चों को गोद ले सकते हैं. यही वजह है कि बीते कुछ वर्षों में दुनिया भर के विदेशी दंपत्ति अब भारतीय बच्चों को गोद लेकर उन्हें अपने जीवन का सहारा एवं वरिष्ठ बना रहे हैं.

हाल ही में इंदौर जिले में 20 बच्चों को यूके इटली टोरंटो स्वीडन माल्टा सिंगापुर दुबई लंदन एवं यूएस जैसे देशों में को दिया गया है. इनमें आधा दर्जन बच्चे कैसे हैं जो विशेष श्रेणी के तहत गोद लिए गए हैं. खास बात यह भी है कि जिन बच्चों को भारतीय नागरिक गोद लेना नहीं चाहते उन्हें विदेशी नागरिक खुशी-खुशी गोद ले रहे हैं. इन परिवारों में कई ऐसे भी हैं जो जरूरतमंद बच्चों को की मदद के लिए भी उन्हें वह लेना चाहते हैं.

गोद लेने 3 साल की वेटिंग: इंदौर में बच्चों को गोद देने वाली संस्था संजीवनी सेवा संगम में 6 साल तक के निराश्रित बच्चे रहते हैं जिन्हें गोद दिया जाता है. फिलहाल संस्था में 9 बच्चे हैं जिनमें से 6 सामान्य हैं जबकि 3 विशेष श्रेणी के हैं. बच्चों को गोद देने के पहले अभिभावकों का वेरिफिकेशन किया जाता है. इसके अलावा बच्चों को गोद लेने के प्रति उनकी रुचि का आकलन करने के बाद वेटिंग लिस्ट के हिसाब से उन्हें बच्चा गोद दिया जाता है फिलहाल यहां बच्चों को गोद लेने में 3 साल की वेटिंग चल रही है.

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जिस बच्चे के दिल में छेद है उसे गोद लेगा इटली का परिवार: संजीवनी सेवा संगम में रहने वाली शक्ति नामक एक मासूम बच्ची को हाल ही में इटली में रहने वाले जेला स्तेफ्नो और उनकी पत्नी पोररिनो साराह ने गोद लिया है. खास बात यह है कि जो बच्ची इस दंपत्ति द्वारा गोद ली गई है. उसके दिल में छेद है इन दोनों की शादी 3 साल पहले हुई थी. तभी से यह दंपत्ति इस तरह के बच्चे को सेवा और लालन-पालन के लिहाज से गोद लेना चाहता था. जिसने 3 साल पहले ही बच्चे को गोद लेने का आवेदन किया था. हाल ही में कारा द्वारा इस दंपत्ति को वोट देने के लिए उपयुक्त माने जाने के बाद शक्ति नामक बच्ची को उन्हें गोद दिया जा रहा है.

परिवार ने छोड़ा: संस्था के मुताबिक इस बच्ची के दिल में छेद होने के कारण उसे उसके घर वालों ने ही छोड़ दिया था. 16 अप्रैल 2021 को बच्चे के जन्म के बाद माता पिता को उसके दिल में छेद होने की बात पता चली थी. इसके बाद से ही वह बच्ची को अपनाना नहीं चाहते थे. किसी तरह बच्ची संजीवनी सेवा संगम के संपर्क में आई जिन्होंने हाल ही में बच्ची का एक जटिल ऑपरेशन कराया है. जिसके बाद बच्ची को नई जिंदगी मिल सकी है. संस्था के मुताबिक बच्ची को इटली के दंपत्ति को कानूनी रूप से गोद लेने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है. इसके अलावा बच्ची के बर्थ सर्टिफिकेट को तैयार कराने के बाद इसी महीने शक्ति नामक यह बच्ची इटली के दंपत्ति को सौंप दी जाएगी. इंटरनेशनल एडॉप्शन नियम के तहत इस बच्ची को गोद लेने के लिए इटली के दंपत्ति को 250000 का शुल्क भी चुकाना होगा.

इटली में चहकेगी इंदौर की शक्ति

इंदौर। दुनिया भर में हजारों बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता नहीं होने के कारण जहां वे लावारिस जीवन जीने को मजबूर हैं. वहीं ऐसे दंपतियों की संख्या भी कम नहीं है जो इन मासूम बच्चों को गोद लेकर उन्हें नई जिंदगी देना चाहते हैं. इतना ही नहीं अब बच्चों को गोद लेने में विभिन्न रास्तों की सीमाएं भी बाधा नहीं बन रही है. यही वजह है कि अब दुनिया भर के विदेशी नागरिक भी भारतीय बच्चे आसानी से गोद ले रहे हैं. इंदौर में ही स्थिति यह है कि यहां अब तक विदेशी दंपतियों द्वारा करीब डेढ़ हजार बच्चों को गोद लिया जा चुका है. हाल ही में फिर यहां एक इटली की दंपत्ति द्वारा एक बच्ची को गोद लेने की तैयारी की गई है.

विदेशी दंपत्ति ले रहे गोद: देशभर में लावारिस बच्चों और संतान इन दंपतियों को परस्पर मदद की दृष्टि से भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी कारा की मदद से गोद लेने की प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है. इस प्रक्रिया के तहत अब विदेशी नागरिक भी आसानी से भारतीय बच्चों को गोद ले सकते हैं. यही वजह है कि बीते कुछ वर्षों में दुनिया भर के विदेशी दंपत्ति अब भारतीय बच्चों को गोद लेकर उन्हें अपने जीवन का सहारा एवं वरिष्ठ बना रहे हैं.

हाल ही में इंदौर जिले में 20 बच्चों को यूके इटली टोरंटो स्वीडन माल्टा सिंगापुर दुबई लंदन एवं यूएस जैसे देशों में को दिया गया है. इनमें आधा दर्जन बच्चे कैसे हैं जो विशेष श्रेणी के तहत गोद लिए गए हैं. खास बात यह भी है कि जिन बच्चों को भारतीय नागरिक गोद लेना नहीं चाहते उन्हें विदेशी नागरिक खुशी-खुशी गोद ले रहे हैं. इन परिवारों में कई ऐसे भी हैं जो जरूरतमंद बच्चों को की मदद के लिए भी उन्हें वह लेना चाहते हैं.

गोद लेने 3 साल की वेटिंग: इंदौर में बच्चों को गोद देने वाली संस्था संजीवनी सेवा संगम में 6 साल तक के निराश्रित बच्चे रहते हैं जिन्हें गोद दिया जाता है. फिलहाल संस्था में 9 बच्चे हैं जिनमें से 6 सामान्य हैं जबकि 3 विशेष श्रेणी के हैं. बच्चों को गोद देने के पहले अभिभावकों का वेरिफिकेशन किया जाता है. इसके अलावा बच्चों को गोद लेने के प्रति उनकी रुचि का आकलन करने के बाद वेटिंग लिस्ट के हिसाब से उन्हें बच्चा गोद दिया जाता है फिलहाल यहां बच्चों को गोद लेने में 3 साल की वेटिंग चल रही है.

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जिस बच्चे के दिल में छेद है उसे गोद लेगा इटली का परिवार: संजीवनी सेवा संगम में रहने वाली शक्ति नामक एक मासूम बच्ची को हाल ही में इटली में रहने वाले जेला स्तेफ्नो और उनकी पत्नी पोररिनो साराह ने गोद लिया है. खास बात यह है कि जो बच्ची इस दंपत्ति द्वारा गोद ली गई है. उसके दिल में छेद है इन दोनों की शादी 3 साल पहले हुई थी. तभी से यह दंपत्ति इस तरह के बच्चे को सेवा और लालन-पालन के लिहाज से गोद लेना चाहता था. जिसने 3 साल पहले ही बच्चे को गोद लेने का आवेदन किया था. हाल ही में कारा द्वारा इस दंपत्ति को वोट देने के लिए उपयुक्त माने जाने के बाद शक्ति नामक बच्ची को उन्हें गोद दिया जा रहा है.

परिवार ने छोड़ा: संस्था के मुताबिक इस बच्ची के दिल में छेद होने के कारण उसे उसके घर वालों ने ही छोड़ दिया था. 16 अप्रैल 2021 को बच्चे के जन्म के बाद माता पिता को उसके दिल में छेद होने की बात पता चली थी. इसके बाद से ही वह बच्ची को अपनाना नहीं चाहते थे. किसी तरह बच्ची संजीवनी सेवा संगम के संपर्क में आई जिन्होंने हाल ही में बच्ची का एक जटिल ऑपरेशन कराया है. जिसके बाद बच्ची को नई जिंदगी मिल सकी है. संस्था के मुताबिक बच्ची को इटली के दंपत्ति को कानूनी रूप से गोद लेने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है. इसके अलावा बच्ची के बर्थ सर्टिफिकेट को तैयार कराने के बाद इसी महीने शक्ति नामक यह बच्ची इटली के दंपत्ति को सौंप दी जाएगी. इंटरनेशनल एडॉप्शन नियम के तहत इस बच्ची को गोद लेने के लिए इटली के दंपत्ति को 250000 का शुल्क भी चुकाना होगा.

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