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इंदौरः डाइट केंद्र में सामने आई गंभीर वित्तीय अनियमितताएं, प्राचार्य के निलंबित होने के बाद हुआ खुलासा

इंदौर में डाइट केंद्र में छात्रों की फीस संबंधी अनियमित्तायें सामने आयी हैं. छात्रों द्वारा जमा की गयी फीस को स्टाफ द्वारा संस्था के बैंक खाते में ना जमा करके, अपने निजी उपयोग में लिया जा रहा था. डाइट प्राचार्य के निलंबित होने के बाद वरिष्ठ प्राध्यापक रेणु श्रीवास्तव को प्रभार मिला, तब इस मामले का खुलासा हुआ.

डाइट केंद्र
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Published : Jun 7, 2019, 6:40 PM IST

Updated : Jun 8, 2019, 12:14 AM IST

इंदौर। बीजलपुर स्थित डाइट केंद्र में पढ़ने वाले छात्रों द्वारा जमा की गई फीस को स्टाफ द्वारा संस्था के बैंक खाते में ना जमा करके, अपने निजी उपयोग में लेने का मामला सामने आया है. मामले को डाइट की एक सहायक प्राध्यापक ने प्राचार्य का पद संभालने के बाद उजागर किया है, अब मामले में जांच पूरी होने के बाद डाइट के प्राचार्य को शोकाज नोटिस दिया गया है. मामले में प्राचार्य सहित तीन अन्य लोगों पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है.

डाइट केंद्र पर शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का काम किया जाता है, संस्था में छात्रों के लिए कई कोर्स भी संचालित किए जाते हैं. जिनके लिए प्रति छात्र 9 हजार रूपये फीस ली जाती है. छात्रों ने तो यह फीस जमा कर दी, लेकिन संस्था के बैंक खाते में राशि जमा नहीं हुई, जब डाइट के प्राचार्य किसी मामले में राज्य शासन द्वारा निलंबित किए गए, तब उनकी जगह डाइट की वरिष्ठ प्राध्यापक रेणु श्रीवास्तव को प्रभार मिला. प्रभार लेने के बाद श्रीवास्तव ने कैश बुक को बारीकियों से जांच की तो यह मामला उजागर हुआ.

डाइट केंद्र में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं

उन्होंने पहले तो संबंधित स्टाफ से ही इस बारे में जानकारी ली, लेकिन किसी ने भी उन्हें सहयोग नहीं किया, तब उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से इस बारे में शिकायत की. उनकी शिकायत के बाद जिला पंचायत विभाग ने इस मामले में एक जांच कमेटी बनाई और ट्रेजरी के अधिकारियों को जांच के लिए भेजा गया. जांच में प्राथमिक तौर पर वित्तीय अनियमितताएं मिलने पर राज्य शिक्षा केंद्र ने भोपाल से एक और टीम भेजी, जिसने पिछले 10 वर्षों के रिकार्ड की जांच की, तब पुष्टि हो गई कि छात्रों की फीस का डाइट के स्टाफ द्वारा निजी उपयोग किया जा रहा था.

इंदौर। बीजलपुर स्थित डाइट केंद्र में पढ़ने वाले छात्रों द्वारा जमा की गई फीस को स्टाफ द्वारा संस्था के बैंक खाते में ना जमा करके, अपने निजी उपयोग में लेने का मामला सामने आया है. मामले को डाइट की एक सहायक प्राध्यापक ने प्राचार्य का पद संभालने के बाद उजागर किया है, अब मामले में जांच पूरी होने के बाद डाइट के प्राचार्य को शोकाज नोटिस दिया गया है. मामले में प्राचार्य सहित तीन अन्य लोगों पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है.

डाइट केंद्र पर शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का काम किया जाता है, संस्था में छात्रों के लिए कई कोर्स भी संचालित किए जाते हैं. जिनके लिए प्रति छात्र 9 हजार रूपये फीस ली जाती है. छात्रों ने तो यह फीस जमा कर दी, लेकिन संस्था के बैंक खाते में राशि जमा नहीं हुई, जब डाइट के प्राचार्य किसी मामले में राज्य शासन द्वारा निलंबित किए गए, तब उनकी जगह डाइट की वरिष्ठ प्राध्यापक रेणु श्रीवास्तव को प्रभार मिला. प्रभार लेने के बाद श्रीवास्तव ने कैश बुक को बारीकियों से जांच की तो यह मामला उजागर हुआ.

डाइट केंद्र में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं

उन्होंने पहले तो संबंधित स्टाफ से ही इस बारे में जानकारी ली, लेकिन किसी ने भी उन्हें सहयोग नहीं किया, तब उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से इस बारे में शिकायत की. उनकी शिकायत के बाद जिला पंचायत विभाग ने इस मामले में एक जांच कमेटी बनाई और ट्रेजरी के अधिकारियों को जांच के लिए भेजा गया. जांच में प्राथमिक तौर पर वित्तीय अनियमितताएं मिलने पर राज्य शिक्षा केंद्र ने भोपाल से एक और टीम भेजी, जिसने पिछले 10 वर्षों के रिकार्ड की जांच की, तब पुष्टि हो गई कि छात्रों की फीस का डाइट के स्टाफ द्वारा निजी उपयोग किया जा रहा था.

Intro:एंकर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट में पढ़ने वाले छात्र अपने कोर्स की पूरी फीस जमा कर चुके थे लेकिन यह इस संस्था के बैंक खाते में ना जमा होकर यहां का स्टाफ अपने निजी उपयोग में ले रहा था इस मामले को डाइट की एक सहायक प्राध्यापक ने उजागर किया जब वह प्रभारी प्राचार्य के पद पर थी अब इस मामले में जांच पूरी होने के बाद डाइट के प्राचार्य को शोकाज नोटिस दिया गया है इस मामले में प्राचार्य सहित तीन अन्य लोगों पर कार्रवाई होना तय है


Body:इंदौर के बीजलपुर स्थित डाइट केंद्र जहां शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का काम किया जाता है इसी संस्था में छात्रों के लिए कई कोर्स भी संचालित किए जाते हैं जिनके लिए प्रति छात्र ₹9000 फीस ली जाती है छात्रों ने तो यह फीस जमा कर दी लेकिन संस्था के बैंक खाते में छात्रों की फीस की है राशि जमा नहीं हुई जब डाइट के प्राचार्य जब किसी मामले में राज्य शासन द्वारा निलंबित किए गए तो उनकी जगह डाइट की वरिष्ठ प्राध्यापक रेणु श्रीवास्तव को प्रभार मिला प्रभार लेते समय श्रीवास्तव ने केश बुक को बारीकियों से देखा तो यह मामला उजागर हुआ उन्होंने पहले तो संबंधित स्टाफ से ही इस बारे में जानकारी ली लेकिन किसी ने भी उन्हें सहयोग नहीं किया तो रेनू श्रीवास्तव ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में शिकायत की


Conclusion:प्रभारी प्राचार्य रेनू श्रीवास्तव की शिकायत के बाद जिला पंचायत विभाग में इस मामले में एक जांच कमेटी बनाई ट्रेजरी के अधिकारियों को पूरे मामले की जांच के लिए भेजा गया जांच में प्राथमिक तौर पर अनियमितता मिलने पर राज्य शिक्षा केंद्र ने भोपाल से एक और टीम भेजी जिसने पिछले 10 वर्षों के रिकार्ड की जांच की इस जांच में यह पुष्टि हो गई कि छात्रों की फीस का डाइट के स्टाफ द्वारा निजी उपयोग किया जा रहा था राज्य शिक्षा केंद्र ने अबव प्राचार्य को शोकाज नोटिस जारी किया है


बाइट रेणु श्रीवास्तव सहायक प्राध्यापक

Last Updated : Jun 8, 2019, 12:14 AM IST
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