ETV Bharat / state

सबसे अच्छी खबर: बच्चा भूखा न सोए इसलिए पुलिस ने खरीदे सारे फल, TV सुधारा, दिया 3 महीने का राशन - फल बेचने वाले बच्चे को दिया सहारा

इंदौर में एक बच्चे का फल बेचते हुए वीडियो सामने आया था. जिसके बाद इस पूरे मामले में पुलिस ने जांच कराई और पूरे मामले की जांच होने के बाद जो हकीकत सामने आई वह काफी राहत भरी थी.

Police came forward to help
मदद के लिए आगे आई पुलिस
author img

By

Published : May 20, 2021, 12:19 PM IST

Updated : May 20, 2021, 2:30 PM IST

इंदौर। कोरोना का सख्ती से पुलिस पालन करवा रही है. लेकिन इस दौरान कर्फ्यू के दौरान भी अलग तस्वीर सामने आ रही है. इसी कड़ी में एक बच्चे का फल बेचते हुए वीडियो सामने आया था. जिसके बाद इस पूरे मामले में पुलिस ने जांच कराई और पूरे मामले की जांच होने के बाद जो हकीकत सामने आई वह काफी राहत भरी थी. पुलिस ने संबंधित बच्चे और उसके पिता की आर्थिक रूप से मदद की.

पुलिस ने खरीदे सारे फल

कोरोना काल में बंद हुआ सर्विस सेंटर तो बेचने लगा फल

फल बेचते बच्चों की तश्वीर कि जब पड़ताल की गई तो बाद में मासूम के पिता की पुलिस अधिकारियों ने की मदद. पुलिस ने उनके घर राशन घर पहुंचाया. दरअसल एक वीडियो में इंदौर में दो मासूम बच्चे फल बेचते हुए नजर आ रहे थे. बच्चों को फल बेचने की खबर पर प्रशासन ने भी संज्ञान लिया और पड़ताल शुरू की. सुबह होते ही प्रशासन के अधिकारी उस जगह पहुंचे जहां बच्चे बेच रहे थे. जब मामले की पड़ताल की गई दो बच्चे फल बेच रहे थे. पुलिस को बाद में पता चला कि बच्ची का नाम हिमाक्षी है. पड़ताल में पता चला की हिमाक्षी आईपीएस मैन कैंपस राऊ में चौथी कक्षा में पढ़ती है. उसके पिता का नाम नीरज विश्वकर्मा है. जबकि बच्ची के पड़ोस में रहने वाले राधेश्याम पाटिल के बेटे आयुष के साथ खेलती है, राधे श्याम पाटिल पहले सर्विस सेंटर पर काम करता था, लेकिन कोरोना काल में सर्विस सेंटर बंद हो गया, तो वह फल बेचने लगा.

Police came forward to help
इंदौर पुलिस

Remdisiver कालाबाजारी: 5 आरोपी गिरफ्तार, 2 हैं अस्पताल में technician

खेल खेल में फल की दुकान पर बैठी बच्ची

जब मंगलवार को 11 बजे के करीब भोजन करने गया था, तो दुकान की देखरेख के लिए बेटे आयुष को दुकान पर बैठा दिया. इसी दौरान आयुष के साथ खेलने के लिए पास में ही रहने वाली हिमाक्षी आ गई और फल की टोकरी के सामने बैठ गई. इसी दौरान किसी ने वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया. जब प्रशासन की टीम पड़ताल करने पहुंची और नीरज विश्वकर्मा के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह खुद आयकर दाता है, इसलिये स्वाभाविक है कि उन्हें किसी तरह की मदद की जरुरत नहीं है.

फल बेचने वाले की पुलिस ने मदद की

Police came forward to help
आयुष

फल बेचने वाले राधेश्याम पाटिल की पुलिस अधिकारियों ने मदद की. राधेश्याम पाटिल फिलहाल घर के बाहर ही बैठकर दुकान लगाकर फल बेचता है. चूंकि इन दिनों निगम ने शहर में भ्रमण कर फल बेचने की अनुमति दी है. पुलिस अधिकारियों ने पाटिल को दस हजार रूपये आर्थिक मदद के तौर पर दिए और एक पुलिस अधिकारी को पाबंद कर दिया कि वह जल्द पाटिल को हाथठेला दिलवाया. इसके साथ ही पाटिल को तीन महीने का राशन भी दिलवा दिया है. वीडियो में दिखाई दे रहे आयुष की टीवी खराब थी. इंदौर पुलिस के रक्षित निरीक्षक जय सिंह ने पुलिस कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आयुष की टीवी तत्काल सुधारी जाए. इसके साथ ही पुलिसकर्मियों ने उसे चॉकलेट बिस्किट भी दिए.

इंदौर। कोरोना का सख्ती से पुलिस पालन करवा रही है. लेकिन इस दौरान कर्फ्यू के दौरान भी अलग तस्वीर सामने आ रही है. इसी कड़ी में एक बच्चे का फल बेचते हुए वीडियो सामने आया था. जिसके बाद इस पूरे मामले में पुलिस ने जांच कराई और पूरे मामले की जांच होने के बाद जो हकीकत सामने आई वह काफी राहत भरी थी. पुलिस ने संबंधित बच्चे और उसके पिता की आर्थिक रूप से मदद की.

पुलिस ने खरीदे सारे फल

कोरोना काल में बंद हुआ सर्विस सेंटर तो बेचने लगा फल

फल बेचते बच्चों की तश्वीर कि जब पड़ताल की गई तो बाद में मासूम के पिता की पुलिस अधिकारियों ने की मदद. पुलिस ने उनके घर राशन घर पहुंचाया. दरअसल एक वीडियो में इंदौर में दो मासूम बच्चे फल बेचते हुए नजर आ रहे थे. बच्चों को फल बेचने की खबर पर प्रशासन ने भी संज्ञान लिया और पड़ताल शुरू की. सुबह होते ही प्रशासन के अधिकारी उस जगह पहुंचे जहां बच्चे बेच रहे थे. जब मामले की पड़ताल की गई दो बच्चे फल बेच रहे थे. पुलिस को बाद में पता चला कि बच्ची का नाम हिमाक्षी है. पड़ताल में पता चला की हिमाक्षी आईपीएस मैन कैंपस राऊ में चौथी कक्षा में पढ़ती है. उसके पिता का नाम नीरज विश्वकर्मा है. जबकि बच्ची के पड़ोस में रहने वाले राधेश्याम पाटिल के बेटे आयुष के साथ खेलती है, राधे श्याम पाटिल पहले सर्विस सेंटर पर काम करता था, लेकिन कोरोना काल में सर्विस सेंटर बंद हो गया, तो वह फल बेचने लगा.

Police came forward to help
इंदौर पुलिस

Remdisiver कालाबाजारी: 5 आरोपी गिरफ्तार, 2 हैं अस्पताल में technician

खेल खेल में फल की दुकान पर बैठी बच्ची

जब मंगलवार को 11 बजे के करीब भोजन करने गया था, तो दुकान की देखरेख के लिए बेटे आयुष को दुकान पर बैठा दिया. इसी दौरान आयुष के साथ खेलने के लिए पास में ही रहने वाली हिमाक्षी आ गई और फल की टोकरी के सामने बैठ गई. इसी दौरान किसी ने वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया. जब प्रशासन की टीम पड़ताल करने पहुंची और नीरज विश्वकर्मा के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह खुद आयकर दाता है, इसलिये स्वाभाविक है कि उन्हें किसी तरह की मदद की जरुरत नहीं है.

फल बेचने वाले की पुलिस ने मदद की

Police came forward to help
आयुष

फल बेचने वाले राधेश्याम पाटिल की पुलिस अधिकारियों ने मदद की. राधेश्याम पाटिल फिलहाल घर के बाहर ही बैठकर दुकान लगाकर फल बेचता है. चूंकि इन दिनों निगम ने शहर में भ्रमण कर फल बेचने की अनुमति दी है. पुलिस अधिकारियों ने पाटिल को दस हजार रूपये आर्थिक मदद के तौर पर दिए और एक पुलिस अधिकारी को पाबंद कर दिया कि वह जल्द पाटिल को हाथठेला दिलवाया. इसके साथ ही पाटिल को तीन महीने का राशन भी दिलवा दिया है. वीडियो में दिखाई दे रहे आयुष की टीवी खराब थी. इंदौर पुलिस के रक्षित निरीक्षक जय सिंह ने पुलिस कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आयुष की टीवी तत्काल सुधारी जाए. इसके साथ ही पुलिसकर्मियों ने उसे चॉकलेट बिस्किट भी दिए.

Last Updated : May 20, 2021, 2:30 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.