इंदौर। इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट के अफसरों ने गुरुवार सुबह जेल में बंद दीपक मद्दा के साथ ही सुरेंद्र संघवी के ठिकानों पर दबिश दी. ये दोनों गृह निर्माण सोसायटी से जुड़े हैं. ईडी की टीमें दोनों के आवासों के अलावा उनके अन्य ठिकानों छानबीन कर रही हैं. बता दें कि सुरेंद्र संघवी कांग्रेस नेता पंकज संघवी के भाई हैं. सुरेंद्र का नाम कई जमीन घोटालों में सामने आया है. इंदौर में भूमाफिया के खिलाफ चले अभियान के दौरान भी सुरेंद्र सिंघवी लपेटे में आए थे.
ईडी की टीमें छानबीन में जुटी : बताया जाता है कि सुरेंद्र संघवी और उनके पुत्र प्रतीक संघवी ने जमीन घोटाले के एक मामले में हाईकोर्ट से अग्रिम ज़मानत ले रखी है. ईडी की टीम फिलहाल सुरेंद्र संघवी के कनाडिया रोड स्थित प्रगति विहार बंगले पर छानबीन में जुटी है. यहां पर 15 से 20 अफसर कार्रवाई में जुटे हैं. ये टीम सुबह 7 बजे ही संघवी के बंगले पर पहुंच गई थीं. इंदौर पुलिस द्वारा कुछ दिन पहले ही दीपक मद्दा सहित अन्य भूमाफिया की जानकारी ईडी को उपलब्ध कराई गई थी. माना जाता है कि अब इन भूमाफिया पर मनी लॉन्ड्रिंग के तहत प्रकरण चलेगा. आरोप है कि इन्होंने बड़े पैमाने पर कालेधन का इस्तेमाल किया और करोड़ों की धोखाधड़ी की है.
Must Read: ये खबरें भी पढ़ें... |
कई गृह निर्माण सोसायटी में 'खेल' : गुरुवार सुबह दो वाहनों से पुलिस के साथ ईडी के अफसर संघवी के बिचौली स्थित प्रगति पार्क के आवास पर पहुंचे. उस समय संघवी और उनके भाई बाहर टहल रहे थे. अफसरों ने सुरेन्द्र संघवी को वारंट थमाया और घर के अंदर ले गए. इसके बाद उनके भाइयों और परिजनों को भी अंदर जाने से रोक दिया. बता दें कि करीब 2 साल पहले इंदौर में भूमाफिया के खिलाफ अभियान चलाया गया था. उस समय तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह ने सुरेन्द्र संघवी, दीपक मद्दा सहित अन्य भूमाफियाओं के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई थी. बताया जाता है कि संघवी और मद्दा डायमंड गृह निर्माण, कल्पतरु, पाश्र्वनाथ, देवी अहिल्या सहित अन्य तमाम संस्थाओं की जमीनों की हेराफेरी में साथ रहे हैं.