इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से संबद्धता रखने वाले महाविद्यालयों की फीस का निर्धारण अब महाविद्यालय की जगह विश्वविद्यालय द्वारा किया जाएगा. इसके लिए एक प्रस्ताव देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया गया है. विश्वविद्यालय ने महाविद्यालयों की बुनियादी सुविधा और व्यवस्थाओं के आधार पर इसका निर्धारण करने का निर्णय लिया है. इससे छात्रों को सुविधा मिलेगी. विश्वविद्यालय के इसी प्रस्ताव को लेकर मंगलवार के दिन कार्यपरिषद की बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई है.
बैठक में रखा नहीं हुआ निर्णय: कार्यपरिषद की बैठक में विश्वविद्यालय द्वारा फीस निर्धारण विश्वविद्यालय द्वारा किए जाने का प्रस्ताव रखा गया. इस पर चर्चा की गई. हालांकि इस मुद्दे पर कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका. वर्तमान स्थिति में इसे आगामी बैठक तक के लिए टाल दिया गया. कुलपति रेणु जैन के अनुसार फीस निर्धारण का फैसला आगामी कार्य परिषद की बैठक में लिया जाएगा. वर्तमान में पूर्व के आधार पर ही फीस रेगुलेटरी कमेटी की अनुशंसा के आधार पर इसका निर्धारण किया जाएगा.
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छात्रहित में प्रस्ताव: कार्यपरिषद की बैठक में कर्मचारियों से जुड़े मुद्दे भी रखे गए. पूर्व में शेष रह गए मुद्दों पर बैठक के दौरान चर्चा की गई. महाविद्यालयों में फीस के निर्धारण के लिए चर्चा आगामी बैठक के दौरान की जाएगी. कुलपति डॉ रेणु जैन ने कहा कि फीस निर्धारण का फैसला छात्र हित को ध्यान में रखकर किया जा रहा है. विश्वविद्यालय से संबंध रखने वाले महाविद्यालयों में फीस का निर्धारण विश्वविद्यालय द्वारा किया जाए इसे लेकर एक प्रस्ताव तैयार किया गया है, ताकि बुनियादी सुविधाओं के आधार पर फीस का निर्धारण हो सके.