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जरुरतमंदों के चेहरे पर मुस्कान लाता इंदौर का 'दानपात्र', एक दिन में 2.5 लाख परिवारों की मदद कर बनाया रिकॉर्ड

इंदौर (Indore) के नाम वैसे तो कई रिकॉर्ड दर्ज हैं. चाहे स्वच्छता सर्वेक्षण (Swachh Survekshan 2021) की बात हो या दूसरी सुविधाओं की, हर क्षेत्र में इंदौर ने उपलब्धि हासिल की है. शहर के दानपात्र (DaanPatra) ग्रुप ने नया कीर्तिमान रचा है, एक ही दिन में करीब ढाई लाख गरीब परिवारों तक निःशुल्क कपड़े, खिलौने, राशन आदि सामान पहुंचाकर उनके चेहरे पर मुस्कान ला दी है. इस उपलब्धि के लिए संस्था का नाम एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड (exclusive world record) में भी दर्ज हुआ है.

DaanPatra
इंदौर की दानपात्र संस्था
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Published : Nov 20, 2021, 7:47 PM IST

इंदौर। स्वच्छता सर्वेक्षण (Swachh Survekshan 2021) में लगातार 5 बार देश में नंबर वन आने वाले इंदौर में संस्था 'दानपात्र' 'Danpatra' के 5 हजार से ज्यादा वॉलेंटियर्स ने कीर्तिमान रच दिया. टीम के वॉलेंटियर्स द्वारा एक ही दिन में लगभग 2.5 लाख जरूरतमंद परिवारों तक निःशुल्क कपड़े, खिलौने,किताबें,राशन एवं अन्य सामान पहुंचाकर उनकी मदद की गयी. यह देशभर में इस तरह का प्रयास पहली बार किसी संस्था द्वारा किया गया. संस्था 'दानपात्र' के नये कीर्तिमान पर 'एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड' (exclusive world record) में 'दानपात्र' का नाम दर्ज हुआ है.

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जरूरतमंदों के चेहरे पर मुस्कान लाता 'दानपात्र'

'दानपात्र' के सदस्यों का कहना है कि कोरोना महामारी (corona pandemic) के कारण आज भी कई परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, ऐसे परिवारों के चेहरों पर मुस्कान लाने और उनकी अंधेरी दुनिया को रोशन करने के उद्देश्य से संस्था 'दानपात्र' द्वारा मिशन 251k रखा गया और इस मिशन की सफलता ने आज कई परिवारों के त्योहार सार्थक किए हैं, हमें ख़ुशी है कि हम इस नेक कार्य से जुड़कर समाज के लिए इस स्तर पर कुछ कर पाएं.

इंदौर की दानपात्र संस्था

लाखों अधूरे सपनों को किया पूरा
टीम ने बताया की दिवाली पर हम सभी के घरों से बड़ी संख्या में ऐसा सामान निकलता है जो हमारे काम का नहीं होता और जिसे पुराना और बेकार समझकर हम फेंक दिया करते हैं, ऐसे सामान को 'दानपात्र' टीम द्वारा 'दानपात्र' ऐप के माध्यम से कलेक्ट किया गया एवं उसे फ़िल्टर एवं रिसाइकल कर जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाकर उनकी ख्वाहिशों को पूरा किया गया.

DaanPatra
जरूरतमंदों के लिए जमा किए गए कपड़े
'दानपात्र' की कैसे हुई शुरुआत

'दानपात्र' एक ऑनलाइन निःशुल्क प्लेटफॉर्म है, जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े, खिलोने,किताबें,जूते,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाया जाता है. इसकी शुरुआत 10 मार्च 2018 में की गयी थी, जिसके जरिए अब तक 9 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है.

DaanPatra
गरीब बच्चों के बीच वॉलेंटियर्स

5 हजार से ज्यादा वॉलेंटियर्स (More than 5 thousand volunteers)

साथ ही 70 हजार से ज्यादा इंदौरवासी इस प्लेटफॉर्म से जुड़ चुके हैं, इस प्लेटफॉर्म से 5 हजार से ज्यादा वॉलेंटियर्स जुड़े हुए हैं जो अपना समय देकर सहयोग करते हैं. 'दानपात्र' के माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे सिर्फ एक फ़ोन कॉल पर या 'दानपात्र' ऐप में रिक्वेस्ट डालने पर सामान डोनेट कर सकता है. 'दानपात्र' टीम के सदस्यों द्वारा रिक्वेस्ट मिलने पर घर जाकर वह सामान कलेक्ट किया जाता है और फिर उसे फ़िल्टर कर जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाया जाता है. साथ ही उसकी फोटो, वीडियो 'दानपात्र' के सोशल मीडिया पेजेस पर अपलोड की जाती है, जिससे जिसने भी सामान डोनेट किया है वह देख सके कि उसका दिया सामान किस जरूरतमंद परिवार तक पहुंचा है.

इंदौर। स्वच्छता सर्वेक्षण (Swachh Survekshan 2021) में लगातार 5 बार देश में नंबर वन आने वाले इंदौर में संस्था 'दानपात्र' 'Danpatra' के 5 हजार से ज्यादा वॉलेंटियर्स ने कीर्तिमान रच दिया. टीम के वॉलेंटियर्स द्वारा एक ही दिन में लगभग 2.5 लाख जरूरतमंद परिवारों तक निःशुल्क कपड़े, खिलौने,किताबें,राशन एवं अन्य सामान पहुंचाकर उनकी मदद की गयी. यह देशभर में इस तरह का प्रयास पहली बार किसी संस्था द्वारा किया गया. संस्था 'दानपात्र' के नये कीर्तिमान पर 'एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड' (exclusive world record) में 'दानपात्र' का नाम दर्ज हुआ है.

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जरूरतमंदों के चेहरे पर मुस्कान लाता 'दानपात्र'

'दानपात्र' के सदस्यों का कहना है कि कोरोना महामारी (corona pandemic) के कारण आज भी कई परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, ऐसे परिवारों के चेहरों पर मुस्कान लाने और उनकी अंधेरी दुनिया को रोशन करने के उद्देश्य से संस्था 'दानपात्र' द्वारा मिशन 251k रखा गया और इस मिशन की सफलता ने आज कई परिवारों के त्योहार सार्थक किए हैं, हमें ख़ुशी है कि हम इस नेक कार्य से जुड़कर समाज के लिए इस स्तर पर कुछ कर पाएं.

इंदौर की दानपात्र संस्था

लाखों अधूरे सपनों को किया पूरा
टीम ने बताया की दिवाली पर हम सभी के घरों से बड़ी संख्या में ऐसा सामान निकलता है जो हमारे काम का नहीं होता और जिसे पुराना और बेकार समझकर हम फेंक दिया करते हैं, ऐसे सामान को 'दानपात्र' टीम द्वारा 'दानपात्र' ऐप के माध्यम से कलेक्ट किया गया एवं उसे फ़िल्टर एवं रिसाइकल कर जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाकर उनकी ख्वाहिशों को पूरा किया गया.

DaanPatra
जरूरतमंदों के लिए जमा किए गए कपड़े
'दानपात्र' की कैसे हुई शुरुआत

'दानपात्र' एक ऑनलाइन निःशुल्क प्लेटफॉर्म है, जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े, खिलोने,किताबें,जूते,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाया जाता है. इसकी शुरुआत 10 मार्च 2018 में की गयी थी, जिसके जरिए अब तक 9 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है.

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गरीब बच्चों के बीच वॉलेंटियर्स

5 हजार से ज्यादा वॉलेंटियर्स (More than 5 thousand volunteers)

साथ ही 70 हजार से ज्यादा इंदौरवासी इस प्लेटफॉर्म से जुड़ चुके हैं, इस प्लेटफॉर्म से 5 हजार से ज्यादा वॉलेंटियर्स जुड़े हुए हैं जो अपना समय देकर सहयोग करते हैं. 'दानपात्र' के माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे सिर्फ एक फ़ोन कॉल पर या 'दानपात्र' ऐप में रिक्वेस्ट डालने पर सामान डोनेट कर सकता है. 'दानपात्र' टीम के सदस्यों द्वारा रिक्वेस्ट मिलने पर घर जाकर वह सामान कलेक्ट किया जाता है और फिर उसे फ़िल्टर कर जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाया जाता है. साथ ही उसकी फोटो, वीडियो 'दानपात्र' के सोशल मीडिया पेजेस पर अपलोड की जाती है, जिससे जिसने भी सामान डोनेट किया है वह देख सके कि उसका दिया सामान किस जरूरतमंद परिवार तक पहुंचा है.

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