इंदौर। क्राइम ब्रांच ने ठगी के मामले में दिल्ली से कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी बैंक अधिकारी बनकर फरियादियों की विभिन्न तरह की जानकारी लेकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे. पकड़े गए आरोपियों के पास से 28 वेबसाइट डोमेन ईमेल एड्रेस सहित 62 सिम कार्ड और 6 मोबाइल सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पुलिस ने बरामद किया है. आरोपियों ने 2000 से अधिक लोगों के साथ प्रारंभिक तौर पर ठगी की है. इसके संबंधित रिकॉर्ड पुलिस को मिले हैं. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
जानिए क्या है पूरा मामला: दरअसल, ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायतों के मामले में क्राइम ब्रांच द्वारा रितेश कुमार (निवासी बरेली उत्तर प्रदेश) नामक युवक को पकड़ा है. उसी की निशानदेही पर दो अन्य बदमाशों को पकड़ा गया जो कि मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं. इनके पास से 3 दर्जन से ज्यादा सिम बरामद किये गये हैं. साथ ही 28 बैंकों की वेबसाइट डोमेन उनके पास से बरामद की गई है जिसके माध्यम से ये लिंक जनरेट करने के बाद सामने वाले व्यक्ति को लुभावने वादे भेजते थे. खुद को बैंक अधिकारी सहित अन्य विभाग के अधिकारी बताते थे और उसके बाद जो ओटीपी नंबर प्राप्त होता था उसी के माध्यम से यह उनके क्रेडिट कार्ड और बैंक खातों से रुपया उड़ा देते थे.
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बैंक से जुड़े तथ्यों की जांच: इंदौर क्राइम ब्रांच डीसीपी निमिष अग्रवाल का कहना है कि "लगभग 2000 से अधिक लोगों के साथ इनके द्वारा धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया गया है. इन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि इंदौर सहित मध्यप्रदेश में किस तरह से यह नेटवर्क के रूप में काम कर रहे थे. इसका खुलासा किया जा सके और इनके माध्यम से बैंक से जुड़े तथ्यों की भी जांच की जाएगी."