इंदौर। बाणगंगा थाना क्षेत्र में क्रेन ब्रेक फेल जाने के कारण 4 लोगों की मौत हो गई थी. इस पूरे घटनाक्रम में लगातार पुलिस और आर टीओ जांच पड़ताल करने में जुटा हुआ है और आने वाले दिनों में इस पूरी मामले में आगे कार्रवाई करने की बात कही जा रही है. वहीं हादसे के बाद क्षेत्र के रहवासियों में काफी आक्रोश है और उन्होंने क्षेत्र में भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
क्रेन हादसे की पड़ताल: बाणगंगा थाना क्षेत्र में जिस तरह से घटनाक्रम सामने आया उसके बाद विभिन्न विभाग जांच पड़ताल करने में जुटे हुए हैं. जहां इस पूरे मामले की पुलिस के द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है तो वहीं आईटीओ और पीडब्ल्यूडी की टीम भी मौके पर जांच पड़ताल करने में जुटी हुई, इस दौरान क्षेत्र के शुक्ला ब्रदर्स के दूसरे क्रेन के ड्राइवर से क्रेन को चला कर देखा गया कि आखिरकार यह पूरा घटनाक्रम के दौरान हादसा क्यों हुआ. शुरुआत में क्रेन में ब्रेक लगना कम पता चला. वहीं टायर भी घिसे हुए मिले, ब्रिज की ढलान से उतरने के चलते क्रेन में अचानक ब्रेक नहीं लगे. जिससे इस पूरे घटनाक्रम में चार लोगों की मौत हो गईय वहीं एक महिला की गंभीर हालत है जहां इलाज के लिए उसे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है.
मौके पर की गई जांच एआरटीओ राजेंश गुप्ता और पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर भी मौके पर जांच पड़ताल करने में जुटे और इस दौरान एक अन्य क्रेन के ड्राइवर से क्रेन को चलवा कर भी देखा गया. जिसमें क्रेन को आगे पीछे करने के साथ ही करीब 200 मीटर दूरी तक चला कर देखा गया. इस दौरान क्रेन में ब्रेक कम लगना पाएगा तो वहीं इस पूरे मामले में जांच पड़ताल में यह बात सामने आ रही है कि क्रेन में ब्रेक कम लगने के कारण यह पूरा घटनाक्रम हुआ है जिसमें टायर भी घिसे हुए हैं और इसको लेकर आईटीओ विभाग को रिपोर्ट आने वाले दिनों में तैयार करेगा. आरटीओ ने जांच पड़ताल के दौरान यह पाया कि जहां पर यह पूरा घटनाक्रम हुआ वहां पर ढलान थी संभवत इसी कारण क्रेन के ब्रेक कम लगे और पूरा घटनाक्रम हो गया.
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फर्जी दस्तावेज प्रारंभिक जांच पड़ताल में आईटीओ ने क्रेन के विभिन्न तरह के डॉक्यूमेंट भी खंगाले और वह पूरी तरीके से कंप्लीट निकले हैं तो वहीं क्रेन का फिटनेस 2024 में होना था क्रेन शहर के कद्दावर बीजेपी नेता के परिवार के एक व्यक्ति की है और मैसेज शुक्ला ब्रदर्स के नाम से मेसर्स सुरेंद्र शुक्ला के नाम से चल रही थी जो कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला के चाचा है. बीजेपी के इंदौर विकास प्राधिकरण गोलू शुक्ला के भी चाचा बताए जाते हैं. फिलहाल पूरे ही मामले में पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर ड्राइवर अनीश को विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार कर लिया था. जांच पड़ताल के दौरान जो क्रेन जब्त की उसमें hr30 बी 2002 नंबर है तो वहीं जांच पड़ताल में यह भी बात सामने आ रही है कि मैसेज शुक्ला कंपनी की ओर से जो डॉक्यूमेंट पुलिस को सौपे गए हैं उनमें सीरीज का बी नंबर नहीं है इस मामले में जाली दस्तावेज सबमिट करने को लेकर भी केस दर्ज हो सकता है.
जनता में आक्रोश पुलिस अफसरों के मुताबिक पूरे मामले में मालिक को आने वाले दिनों में आरोपी बनाया जा सकता है. फिलहाल पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है. तो वहीं घटना के बाद से क्षेत्रीय रहवासियों में काफी आक्रोश है. तो वहीं ईटीवी भारत ने भी मौके पर जाकर जब रहवासियों से क्षेत्र में हुई घटना को लेकर जाना तो उनका कहना था कि उद्योगिक क्षेत्र होने के कारण यहां पर दिनभर भारी वाहनों का आना जाना लगा रहता है. जिसके कारण आए दिन यहां पर जाम की स्थिति के साथ ही हादसे होते रहते हैं. वही इतना बड़े घटनाक्रम होने के बाद अब प्रशासन को सुबह से देर रात तक यहां पर भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए. इंदौर उज्जैन रोड है तो यहां पर यात्री बस भी काफी तेज रफ्तार तरीके से चलती है जिसके चलते उनकी स्पीड पर भी लिमिट पुलिस और आईटीओ को लगानी चाहिए तो वही कार्रवाई करना चाहिए जिससे कि यहां पर हादसों को रोका जा सके.