इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर कहे जाने वाले इंदौर में रविवार को इंदौर गौरव महोत्सव के तहत स्वच्छता का विशेष अभियान चलाया गया. इस अभियान के तहत कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी सहित अन्य अधिकारियों ने कलम की जगह हाथों में झाड़ू और झोले लेकर सफाई की. इलैया राजा ने सफाई में योगदान देने वाली स्वच्छता दीदियों को साथ बैठाया और उन से चर्चा कर अनुभव साझा किए. उनके सुख-दुख सुने और उनकी दिनचर्या के संबंध में चर्चा की, साथ ही उन्होंने उनके साथ चाय नाश्ता भी किया.
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बगीचे सहित परिसर के कोने-कोने में जाकर प्लास्टिक गारवेज, अनुपयोगी सामग्रियां, यत्र-तत्र बिखरे हुए पाउच, पानी की बोतले तथा अन्य कूड़ा-कचरा बोरे में एकत्रित किया. अपर कलेक्टर डॉ अभय बेडेकर, अजय देव शर्मा, राजेश राठौड़, श्रीमती सपना लोवंशी, आर एस मंडलोई सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने भी उत्साह के साथ सफाई के कार्य को बखूबी अंजाम दिया. सफाई का यह अभियान लगभग 2 घंटे चला.
7वीं बार न.1 बनने का प्रयास: लगातार छह बार से स्वच्छता रैंकिंग में पहले नंबर पर आ रहा इंदौर सातवें बार फिर पहले नंबर पर आने की दौड़ में है. लिहाजा इंदौर गौरव दिवस के आयोजन में स्वच्छता के अभियान को भी जोड़ा गया है जिसके फलस्वरूप जिला कलेक्टर कार्यालय में स्वच्छता अभियान चलाया गया, इस अभियान में शामिल होने के लिए तमाम अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे जो सुबह 7:00 बजे पहुंचकर 2 घंटे चले स्वच्छता अभियान में जुटे और कलेक्ट्रेट परिसर को साफ किया.
कलेक्ट्रेट में दिखी गंदगी: इंदौर कलेक्टर की पहल पर परिसर में चलाए गए स्वच्छता अभियान के दौरान पाया गया कि कलेक्ट्रेट परिसर में भी कई स्थानों पर गंदगी रहती है. बड़ी मात्रा में आसपास कचरा फैला हुआ मिला, जिसे पहली बार प्रत्यक्ष रूप से अधिकारियों ने देखा. इस दौरान कई अधिकारी ऐसे थे जो सफाई की औपचारिकता पूरी करते दिखे, वहीं कुछ मोबाइल से वीडियो ही बनाते रहे.