इंदौर। सायबर पुलिस ने ऐसे ठग दंपति को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, जिसने केंद्र सरकार की योजनाओं में नौकरी लगाने के नाम पर एक युवक से ठगी की वारदात को अंजाम दिया. युवक से ठग दंपति ने 17 लाख रुपये ऐंठ लिए. राज्य सायबर पुलिस ने पड़ताल कर ठग दंपति को दिल्ली से गिफ्तार किया है, दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है.
नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले दंपति जो खुद को आईएएस अफसर बताते थे, इन दोनों ने मिलकर इंदौर में रहने वाले इंजीनियर हर्षित भरद्वाज को अपने जाल में फंसा कर 17 लाख रुपए ऐंठ लिए. इंदौर के हर्षित ने एक अंग्रेजी अखबार में विज्ञापन देखा था, जिसमें मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी के सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज के असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर के पद की नियुक्ति होनी थी. विज्ञापन देख हर्षित ने अपने पेपर सबमिट किए जिसके बाद इन ठगों ने एडीशनल डायरेक्टर बनकर बात की, जिसमें उसका सिलेक्शन होना बताया.
आरोपियों ने सिलेक्शन के पहले अलग-अलग फॉर्मेलिटी कराने के नाम पर पीड़ित युवक से 17 लाख रुपए जमा करवाए थे. पकड़े गए ठगों में सोहेल अहमद निवासी मुंबई और उसकी पत्नी जाहिदा ने पूछताछ में बताया कि पहले ही कि इन्होंने विज्ञापन के माध्यम से ठगी करना चालू शुरू की, दोनों ने ईमेल के जरिए युवक को अपॉइंटमेंट लेटर पहुंचाया और जॉइनिंग के लिए इंदौर कलेक्टर कार्यालय पहुंचा दिया. आरोपियों ने इसके अलावा देश के अलग-अलग शहरों में भी युवकों को अपना शिकार बनाया है.
ठग दंपति दिल्ली में रहते थे और वहीं से भोले-भाले आम आदमियों को अपने जाल में फंसाते थे और ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे.