इंदौर। खजराना थाना क्षेत्र के बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की वारदातें सामने आ रही है. घटना की शिकायत पुलिस को दे दी गई है, जिसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार लिया है.
नौकरी दिलाने के नाम पर 2000 रुपए लिए
खजराना थाना प्रभारी के अनुसार राहुल राजोले और मीनाक्षी सोनी ने आवेदन देकर बताया कि बॉम्बे अस्पताल के पास प्लेसमेंट के कर्मचारी और मालिक ने बैंक में नौकरी दिलाने की बात उनसे कही थी. उनकी बातों में आकर पीड़ित 8 मार्च को वहां गए थे, तो उन्हें हाल में बिठाया गया, जहां अन्य युवक युवती भी नौकरी की तलाश में बैठे थे. तभी यहां के कर्ताधर्ता वासु राजोरिया ने उन्हें बुलाया और कहा कि इंदौर की किसी लोकल बैंक में उन्हें नौकरी दिला दी जाएगी. उन्हें इसके लिए शंकर जांगिड़ से मिलना होगा. पीड़ित ने शंकर जांगिड़ से बात की तो उसने बताया कि 15 मार्च तक आपको नौकरी दिलवा दी जाएगी. इसके लिए उन्हें 2000 रुपए जमा करना पड़ेगा. पीड़ित ने 200 नगदी और 18 सो रुपए उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया, जिसके बाद 15 मार्च तक नौकरी के लिए कोई फोन नहीं आया. ऑफिस पहुंचने के बाद उन्हें दो-तीन दिन की बात कह के टाल दिया गया. इसी की शिकायत उन्होंने पुलिस को दिया है.
पहले भी इस तरह के मामले आ चुके हैं सामने
बताया जा रहा है कि इंदौर एजुकेशन में कई युवक और युवती बाहर से आकर पढ़ाई करते हैं और फिर नौकरी की तलाश भी करते हैं. इसी का फायदा ऐसे आरोपी उठाते हैं और नौकरी के नाम पर ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं. यहां पर बड़ी संख्या में बिना रजिस्ट्रेशन के कंसलटेंसी फर्म भी है, जो बेरोजगार युवक-युवतियों से नौकरी दिलाने के नाम पर मनमाने ढंग से रजिस्ट्रेशन करवाते हैं और जमकर पैसा ले लेते हैं, लेकिन काफी भटकने के बाद जब उन्हें नौकरी नहीं मिलती है, तो थक हार कर वह पूरे मामले की शिकायत करते हैं. पिछले दिनों भी इंदौर के भवरकुआं थाना क्षेत्र में मंत्री के नाम पर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है.
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मामले में कई और खुलासे हो सकते हैं
पुलिस मामले की जांच कर रही है. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस का अनुमान है कि आरोपियों के खिलाफ और भी कई युवक युवतियां शिकायत करने के लिए आ सकते हैं क्योंकि काफी दिनों से इंदौर में यह लोग बैंक में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे