इंदौर। दुनिया भर में कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क और सेनेटाइजर की आम जनता तक आपूर्ति करने वाला दवा बाजार और दवाइयों के व्यापारी ही संक्रमण से सुरक्षित नहीं है. इंदौर में भी बड़े पैमाने पर मास्क और सेनेटाइजर खरीदने आ रहे ग्राहकों से दवा व्यवसायियों को भी संक्रमण की आशंका बनी हुई है. जिसके कारण दवा बाजार में एक ही गेट से दवा व्यवसायियों को एंट्री दी जा रही है, वहीं सामान्य ग्राहकों की एंट्री बंद कर दी गई है.
इंदौर में आलम यह है कि शहर के दवा बाजार में प्रतिदिन 10 हजार ग्राहक करीब 8 सौ दुकानों से मास्क और सेनेटाइजर खरीदने पहुंच रहे हैं. इन ग्राहकों में से किसी के भी संदिग्ध और संक्रमित होने की भी आशंका है. जिसके चलते कोरोना वायरस से दवा व्यवसायियों के संक्रमित होने की आशंका है. दवा बाजार एसोसिएशन ने इस खतरे से निपटने के लिए एक सामूहिक बैठक के बाद अब दवा बाजार में सिर्फ मेडिकल व्यवसाय और दुकानदारों को ही पहचान पत्र दिखाने के बाद प्रवेश देने का फैसला किया है. नतीजतन अब दवा बाजार में थोक दुकानों से सामान्य और फुटकर खरीदार दवाई, मास्क और सेनेटाइजर सीधे नहीं खरीद सकेंगे. इसके लिए उन्हें अपना मेडिकल का पहचान पत्र और दुकान का गुमास्ता लाइसेंस दिखाना होगा.
इन हालातों के मद्देनजर दवा बाजार में अब एक ही गेट से दवा व्यवसायियों को एंट्री दी जा रही है. जिसके कारण कई लोगों को परेशानी भी उठानी पड़ रही है. वहीं मेडिकल दुकानदारों की पार्किंग भी अन्यत्र स्थान पर शिफ्ट कर दी गई है. इसके अलावा मौके पर विवाद की स्थिति ना बने इसलिए दवा बाजार में व्यापक पुलिस बल भी तैनात कर दिए गए हैं.