इंदौर। कांग्रेस नेता के भाई एवं जमीनी कारोबारी सुरेंद्र संघवी के घर पर गुरुवार सुबह ईडी की टीम ने छापामार कार्रवाई की. इस दौरान परिवार की विभिन्न संपत्तियों के साथ ही सुरेंद्र संघवी के इन्वेस्टमेंट के दस्तावेज ईडी की टीम ने खंगाले. गुरुवार सुबह से यह कार्रवाई शुरू हुई जो लगातार 16 घंटे जारी रही. शुक्रवार सुबह सुरेंद्र संघवी और उनके बेटे को ईडी दफ्तर बुलाया गया. यहां पर भी घंटों पूछताछ जारी रही. जांच पड़ताल में तकरीबन 91 लाख लाख 21 हजार रुपए ईडी ने जब्त किए हैं. तकरीबन 250 करोड़ से अधिक की संपत्तियों के दस्तावेज भी बरामद किए हैं. इस पूरे मामले की जानकारी ईडी ने ट्वीट कर दी है.
मनीष सहारा के घर भी छापा: सुरेंद्र संघवी के घर ईडी के अधिकारियों ने छापामार कार्रवाई में लाखों की नकद राशि जब्त की है. उसके बारे में भी पूछताछ की जा रही है. ईडी की टीम उद्योगपति और रियल एस्टेट कारोबारी मनीष सहारा के घर भी पहुंची थी. जहां मनीष सहारा और दीपक मद्दा से किए गए लेने देने के बारे में पूछताछ की गई. सहारा ने दीपक के साथ संस्था की एक जमीन को लेकर लेनदेन किया था इस संबंध में मनीष सहारा ने ईडी के अधिकारी को बताया कि उन्होंने एक डेवलपमेंट एग्रीमेंट किया था जिसके तहत डिपॉजिट मनी के रूप में चेक से भुगतान किया गया था जो कि उक्त जमीन प्रशासन द्वारा जब्त कर ली गई है और रकम वापसी की संभावना भी काफी कम है इसलिए उक्त खाते में राशि के रूप में समायोजित कर दिया गया था.
ईडी ने की पूछताछ: ईडी की टीम को पहले भी इस संबंध में लिखित जानकारी मनीष सहारा दे चुके थे. इसकी पुष्टि के लिए अधिकारियों ने बयानों के प्रमाण हासिल किए हैं. ईडी की पूछताछ पर जमीन कारोबारी सुरेंद्र संघवी का कहना है कि उनके खातों में एक भी एंट्री ऐसी नहीं है जो ईडी के अपराध का प्रमाण बने, टीम ने पूर्व में दिए गए जवाबों के बारे में सवाल जवाब किए हैं जो प्रमाणिक निकले, उन्होंने कहा कि ईडी द्वारा सामान्य रूप से हवाला कारोबार से संबंधित मामले पर कार्रवाई की जाती है. जिसका कोई आरोप उन पर नहीं है इस दौरान ईडी ऑफिस में उनसे घंटों पूछताछ की जाती रही लेकिन इस दौरान यह भी बात सामने आई कि उन्हें हिरासत में ले लिया गया है लेकिन ईडी की ओर से अभी तक इस पूरे मामले में किस तरह का कोई खुलासा नहीं किया गया है.