इंदौर। कोरोना हॉटस्पॉट बन चुके इंदौर से उड़ान भरने वाले यात्रियों को अपने गैजेट्स भी सैनिटाइज कराने होंगे. लगेज और गैजेट के जरिए भी संक्रमण न फैल सके इसके लिए इंदौर एयरपोर्ट पर पहली बार गैजेट और लगेज को भी सैनिटाइज करने की सुविधा शुरू की गई है. इससे पहले एयरपोर्ट पर यात्रियों के पास मौजूद लगेज मोबाइल, गैजेट, घड़ी, पेन और बेल्ट जैसी चीजें आमतौर पर सैनिटाइज होने से बच जाती थीं, इसके अलावा इन्हें किसी और को सैनिटाइज करने के लिए देने पर इनके गुम हो जाने का भी खतरा रहता था, लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं होगा.
फिलहाल एयरपोर्ट पर फॉगिंग के जरिए सैनिटाइजेशन की जो व्यवस्था लागू है, उससे गजट को नमी एवं पानी अथवा केमिकल से खतरा रहता था, इन हालातों में सनातन सस्टेनेबल नामक स्टार्टअप की मदद से यहां प्रदेश में पहली बार लगेज और गैजेट को भी सैनिटाइज करने के लिए पहली लगेज डिसइन्फेक्शन मशीन लगाई गई है, जो अल्ट्रावायलेट किरणों की मदद से 30 सेकंड में किसी भी लगेज अथवा गजट को बिना नुकसान पहुंचाए सैनिटाइज कर सकती है.
यही नहीं यहां पर टिकट अथवा अन्य दस्तावेजों को भी सैनिटाइज करने के लिए इसी मशीन का सहारा लिया जा रहा है. बॉक्स नुमा मशीन में कोई भी सामग्री सनराइज करने के लिए सामग्री को मशीन के अंदर रखकर लॉक कर दिया जाता है. इसके बाद एक बटन को दबाने से मशीन सक्रिय होकर काम करने लगती है. 30 सेकंड के बाद यात्रियों को भी लगेज के संक्रमित होने की आशंका से राहत मिल जाती है.
इंदौर में सनातन सस्टेनेबल नामक एक स्टार्टअप द्वारा डिसइन्फेक्शन लगेज मशीन के पहले लॉकडाउन में सब्जियों और फलों को सैनिटाइज करने का काम किया था. इसके बाद इसी टेक्नोलॉजी की मदद लगेज और गजट को सैनिटाइजेशन के लिए ली जा रही है, ड्राई डिसइन्फेक्शन टेक्निक के जरिए बिना किसी सामग्री को गीला किए सैनेटाइज किए जाने से यात्रियों के बीच भी यह मशीन आकर्षण का केंद्र बन रही है. मशीन में अल्ट्रावायलेट सी किरणों को यूवी लाइटों के जरिए उत्सर्जित किया जाता है, जो लगेज अथवा गैजेट की सतह पर मौजूद बैक्टीरिया अथवा वायरस को तत्काल नष्ट कर देता है.