इंदौर। शहर में महिला अपराध का बोलबाला है और पुलिस बेबस नजर आ रही है, महिला थाना क्षेत्र में 17 साल पहले हुए रेप के मामले में पुलिस अब आरोपी तक पहुंच पायी है, वो भी तब जब पीड़िता ने फेसबुक पर आरोपी की तस्वीर देखकर पहचान की. पीड़िता ने बताया कि 17 साल पहले उसके साथ दुष्कर्म हुआ था. साल 2004 में वह एक समिति की अध्यक्ष थी. उस दौरान आरोपी पहचान छिपाकर उससे बात करता था. इस दौरान आरोपी ने उसे नौकरी का झांसा दिया, जिसके बाद वह उसके कहने पर इंदौर गई, जहां आरोपी ने उसके साथ रेप किया. इस घटना के बाद वह डिप्रेशन में आ गई थी. फिर वह अपने घर वापस लौट गई.
15 साल बाद फेसबुक से आरोपी की पहचान
पीड़िता की शिकायत पर आरोपी को काफी ढूंढ़ा गया, लेकिन उसके गलत नाम बताने के कारण वह नहीं मिला. एक दिन पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसने करीब 2 साल पहले आरोपी का अकाउंट फेसबुक पर देखा था, जिसमे उसका असली नाम कुछ और था. सही नाम पाए जाने के बाद आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.
लॉकडाउन में लिफ्ट के बहाने हुई थी दोस्ती
वहीं एक और घटना तेजाजी नगर में हुई, पीड़िता ने पुलिस को बताया कि पिछले साल लगे लॉकडाउन में एक युवक ने उससे मंडलेश्वर से इंदौर आने के लिए मदद मांगी थी. बाद में युवक ने उससे दोस्ती कर ली. कुछ दिनों बाद दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया. इस बीच आरोपी उसे शादी का झांसा देकर उसके साथ संबंध बनाता रहा. इस बीच वह गर्भवती हो गई, लेकिन आरोपी ने शादी से इनकार कर दिया. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी की तलाश कर रही है
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फिलहाल, दोनों मामलों में पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. दोनों मामले पुराने हैं, पुलिस काफी बारीकी से जांच करते हुए आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है.