इंदौर। भारत बनाम न्यूजीलैंड टी-20 सीरीज में इंदौर के दो खिलाड़ी वेंकटेश अय्यर और आवेश खान का चयन हुआ है. यह सीरीज 17 नवंबर से भारत में ही खेली जाएगी. इंदौर के दोनों खिलाड़ियों का चयन आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत हुआ है. ईटीवी भारत संवाददाता ने भारतीय क्रिकेट टीम में चयनित वेंकटेश अय्यर का इंटरव्यू लिया. इंटरव्यू के दौरान वेंकटेश ने अपनी सफलता का राज बताया.
सवाल: गली क्रिकेट से लेकर इंडिया टीम में सिलेक्शन तक आखिर कैसा रहा आपका संघर्ष?
जवाब: संघर्ष तो सभी का रहता है, भले वह देश के लिए खेले या क्लब लेवल पर खेले. मेरा भी उतना ही संघर्ष रहा है. क्रिकेट में कड़ी मेहनत का संघर्ष कभी खत्म नहीं होता. मेरा भी संघर्ष जारी रहेगा. जब तक मेरा क्रिकेट करियर का एंड नहीं होता. अभी मुझे बहुत प्राउड फील हो रहा है कि मैं इंडिया टीम के लिए खेलने जा रहा हूं.
सवाल: आपने सौराष्ट्र टीम से डेब्यू किया. उस समय किस तरह की मेहनत होती थी? सिलेक्शन के लिए और क्रिकेट का दौर कैसे आगे बढ़ा?
जवाब: जिस तरह हर डोमेस्टिक खेल में खिलाड़ी मेहनत करता है. सुबह क्लब जाना, बैटिंग और बॉलिंग पर वर्क करना, अपनी फील्डिंग पर वर्क करना. खास तौर पर अपने शरीर का ध्यान रखना. क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसमें शरीर को बहुत मेहनत और प्रयास की जरूरत होती है. इसमें फिजिकल ट्रेनिंग बहुत महत्वपूर्ण होती है. मैंने भी अपने शरीर का काफी ध्यान रखा और आगे भी रखूंगा.
सवाल: क्रिकेट को लेकर आगे का फोकस क्या रहेगा ?
जवाब: प्लानिंग यही है कि जो भी मुझे मौका मिलता है और जिस खेल में जिस जगह मौका मिलता है, उसमें सर्वश्रेष्ठ की कोशिश करूंगा. देश को जिताने की पूरी कोशिश करूंगा.
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सवाल: इंडिया टीम में अभी जो परिदृश्य चल रहा है. उसमें आप किस तरह के सुधार की जरूरत महसूस करते हैं?
जवाब: इंडिया टीम में सुधार की जरूरत तो हर समय है, जो हमेशा से करते रहना पड़ेगा. क्योंकि कभी आप यह नहीं बोल सकते कि आपका खेल परफेक्ट हो गया है. इसलिए हमेशा आप को सुधार तो करते रहना पड़ेगा. मैं भी यही उम्मीद करता हूं कि जैसे-जैसे में क्रिकेट खेल कर अनुभव प्राप्त करते रहूं. अपनी बॉलिंग और बैटिंग में सुधार करता रहूं.
सवाल: क्रिकेट के पहले आपकी योजना क्या थी?
जवाब: मैंने इंटर तक पढ़ाई की है. उसके बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट की तैयारी की थी. इसके बाद मेरा रणजी ट्रॉफी डेब्यू हो गया था. इसलिए पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पा रहा था. उसके बाद मैंने एमबीए किया. क्योंकि मैं एक साउथ इंडियन फैमिली से हूं, इसलिए पढ़ाई का काफी प्रेशर था. इसलिए मैंने कभी भी यह लगने नहीं दिया कि पढ़ाई मेरे लिए सेकेंडरी है.
सवाल: किसी भी क्रिकेटर के लिए गली क्रिकेट का कितना महत्व है, क्योंकि इसको आजकल क्रिकेट की पाठशाला माना जा रहा है.
जवाब: हमारे देश में क्रिकेट इतना फेमस है कि गली-गली में क्रिकेट होता है. गली क्रिकेट से ही मेरी शुरुआत हुई थी. गली में खेल कर ही मुझे एहसास हुआ था कि मैं प्रोफेशनल क्रिकेट खेल सकता हूं. इसलिए गली क्रिकेट की हर क्रिकेटर के लिए बहुत अहम भूमिका है. यहीं वह सपना देखता है कि वह देश के लिए भी खेल सकता है.
सवाल: आगे इंडिया टीम के लिए आप की प्लानिंग क्या रहने वाली है?
जवाब: कुछ खास प्लानिंग तो नहीं है, लेकिन चुनौती अलग तरह की रहेगी. क्योंकि मैं पहली बार इंडिया टीम में खेल रहा हूं. इसलिए मुझे अनुभव जल्दी लेना पड़ेगा और मैं अपने आपको बहुत खुशनसीब मानता हूं. क्योंकि वहां बड़े-बड़े खिलाड़ी हैं. राहुल द्रविड़ सर जैसे कोच हैं. जिनके अंडर मुझे काफी कुछ सीखने को मिलेगा और काफी कुछ करने का मौका भी मिलेगा.
सवाल: आप क्रिकेट में किस को अपना आइडियल मानते हैं और उसकी वजह क्या है?
जवाब: मुझे बचपन से ही सौरभ गांगुली बहुत पसंद है और बचपन से ही मैं उनका बहुत बड़ा फैन रहा हूं. उनके बैटिंग हो चाहे बॉलिंग हो उनका हर एक स्टाइल मैं कॉपी करने की कोशिश करता रहा और दादा ने इनडायरेक्ट रूप मेरे कैरियर में बहुत हेल्प किया है. उनको देख देख कर मैंने क्रिकेट खेलना स्टार्ट किया और मैं हमेशा यह कोशिश करता रहा कि उनके जैसा बन पाउ. अभी हाल ही में मेरी उनसे मुलाकात भी हुई उन्होंने मुलाकात के दौरान कहा और मेहनत करते रहो अपने शरीर का ध्यान रखो.
सवाल: आपके साथ में क्रिकेट खेलने वाले अन्य खिलाड़ियों और हर एक क्रिकेटर का सपना है कि वह आपकी तरह बने. उनको क्या नसीहत देंगे आप?
जवाब: मेरा सभी को लेकर कहना है कि मेरे इंडिया खेलने से और बाकी खिलाड़ियों के नहीं खोलने से मेरे और उनकी मेहनत में कोई फर्क नहीं. आने वाले वह भी उतनी मेहनत कर रहे हैं. हम भी उतनी मेहनत कर रहे हैं. बस अपॉर्चुनिटी का खेल है. मुझे अपॉर्चुनिटी मिल गई और लेकिन जो मेहनत कर रहे हैं उन्हें भी बहुत जल्द अपॉर्चुनिटी मिलेगी. उन सभी से यह कहना चाहूंगा कि जब अपॉर्चुनिटी मिले तो उसको पकड़ना जरूरी है. क्योंकि जिंदगी में ऐसे गेम में अपॉर्चुनिटी बार-बार नहीं मिलती.
सवाल: आवेश और आपका सिलेक्शन पहली बार इंदौर से हुआ है. किस तरह की सिमिलरिटी है और खेल में दोनों के सक्सेस होने के पैमाने क्या है?
जवाब: मैं मानता हूं कि आवेश और मेरा सिलेक्शन इंदौर में खेलने के कारण हुआ है. बल्कि आवेश भी बहुत प्रतिभाशाली गेंदबाज है. वह बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं. आईपीएल में उन्होंने करके दिखाया. मैं काफी खुशनसीब हूं कि मैं इंदौर में जन्मा क्योंकि इंदौर स्वच्छता से लेकर अन्य मामलों में नंबर वन है. यहां क्रिकेट की सुविधाएं बहुत अच्छी है. अच्छा लगता है जब हम दोनों का सिलेक्शन इंदौर से हुआ. अच्छा लगता है जब इंदौर का नाम सभी जगह होता है.
सवाल: हाल के दिनों में आईपीएल का जिस तरह का परफॉर्मेंस है, उसे लेकर क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: किसी भी खिलाड़ी के लिए आईपीएल बहुत इंपॉर्टेंट रोल प्ले करता है. एक क्रिकेटर के लिए यह बड़ा महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है. यहां यदि आप बहुत अच्छा करते हैं तो आपको इंडिया टीम में जगह मिलती है. वहां पर बहुत सारे टैलेंट्स का आना-जाना लगा रहता है. वहां फॉरेन प्लेयर भी आते हैं. इसलिए एक क्रिकेटर के नाते वहां आपको सीखने को बहुत मिलता है. आप अपने व्यक्तित्व में बहुत ज्यादा प्रोग्रेस करते हैं.
सवाल: इंडिया टीम के अभी के परफॉर्मेंस को लेकर क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: इसमें खास तो कुछ नहीं, लेकिन इंडिया टीम ने अपना बेस्ट करने की कोशिश की. क्रिकेट में चलता रहता है, कभी जीत होती है कभी हार होती है. मैं मानता हूं कि इंडिया टीम जल्दी बहुत अच्छी तरह उभर कर क्रिकेट खेलेगी. जिसके लिए वह दुनिया भर में जानी जाती है.
सवाल: अभी क्रिकेट मैच के दौरान जिस तरह पाकिस्तान और अन्य देशों से तनाव की स्थिति बनती है. यह तनाव पिच पर किस तरह नजर आता है. क्योंकि इसको लेकर बड़ी प्रेशर की स्थिति रहती है.
जवाब: ऐसा कुछ नहीं है यह खेल है खेल में 2 टीम खेलती हैं. बाहरी चीजों का खेल का कोई लेना देना नहीं होता. इसलिए मैं भी जब खेलने जाता हूं, तो यही सोचता हूं कि मैं जो बचपन से जिस खेल की प्रैक्टिस कर रहा हूं. वहीं खेल में खेल रहा हूं.
सवाल: आपके खेल में और सुधार की क्या गुंजाइश है?
जवाब: मुझे सुधार तो हमेशा करते रहना पड़ेगा. क्योंकि अभी तक में वाइट बॉल क्रिकेट खेल रहा हूं. मुझे रेड बॉल क्रिकेट खेलना है. मैं यह चाहता हूं कि मैं देश के लिए टेस्ट लेवल पर खेल सकू. जो एक हर क्रिकेटर का सपना होता है. इसीलिए मैं अपनी बैटिंग पर सुधार की पूरी कोशिश कर रहा हूं.
सवाल: सिलेक्शन के बाद आपकी आवेश खान से कोई बात हुई तो क्या रहा?
जवाब: आवेश ने ही मुझे फोन करके बताया कि उसका भी इंडिया टीम में सिलेक्शन हो गया है. सिलेक्शन के बाद भी भागता हुआ मेरे रूम में आया और उसने बधाई दी. मुझे बहुत खुशी है कि उसका सिलेक्शन इंडिया टीम में हुआ. मैं उसके लिए खुश हूं और वह मेरे को लेकर खुश है.