इंदौर। पश्चिम रेलवे के जीएम आलोक कंसल आज पहली बार इंदौर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे. जहां उन्होंने रेलवे स्टेशन परिसर का निरीक्षण किया. वहीं निरीक्षण के समय जीएम द्वारा शहर के जनप्रतिनिधियों और अन्य लोगों से मुलाकात के लिए भी समय तय किया गया था. जीएम से मिलने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जब स्टेशन परिसर के बाहर आरपीएफ और जीआरपी द्वारा मिलने से रोका गया तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया.
पुलिस बल के रोकने पर भड़के कांग्रेस कार्यकर्ता
जीएम से मिलने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परिसर में प्रवेश से पहले आरपीएफ और जीआरपीएफ ने रोक दिया. पुलिस बल द्वारा परिसर में प्रवेश से पहले रोके जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क उठे और जमकर हंगामा करने लगे. हालांकि डीआरएम विनीत गुप्ता और सांसद शंकर लालवानी द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को समझाया गया. जिसके बाद मामला शांत हुआ.
विभिन्न मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
जीएम आलोक कंसल से मिलकर कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें मुख्य तौर पर लंबी दूरी की ट्रेन इंदौर से जल्द संचालित करने की मांग रखी गई. साथ ही स्टेशन परिसर में कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के साथ-साथ यात्रियों की जांच कराने के लिए भी मांग की गई. ताकि यात्रा के दौरान संक्रमण की स्थिति ना बने.
यात्री ट्रेनों की संख्या में की जाए वृद्धि
कांग्रेस का कहना है कि यात्री ट्रेनों के संचालन नहीं होने से यात्रियों की संख्या का दबाव बसों पर पड़ रहा है. ऐसे में बसों में तय संख्या से अधिक संख्या में यात्रियों का परिवहन किया जा रहा है. जिसके चलते कई बार हादसे हो रहे हैं और इन हादसों का शिकार यात्रियों को होना पड़ रहा है. ऐसे में यात्री ट्रेनों का संचालन जल्द किया जाना चाहिए, साथ ही इन ट्रेनों की संख्या में भी वृद्धि की जानी चाहिए.
निजीकरण का कांग्रेस करेगी विरोध
कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि रेलवे के निजीकरण का विरोध कांग्रेस हमेशा करेगी. इंदौर रेलवे स्टेशन का निजीकरण किया जाता है तो कांग्रेस आम जनों के साथ मिलकर इसका पुरजोर तरीके से विरोध करेगी. कांग्रेस हमेशा से ही आम जनता के साथ खड़ी है.