इंदौर। शहर के बेटमा में क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद के बाद उपजे सांप्रदायिक तनाव मामले में पुलिस की एकतरफा कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. बुधवार को इंदौर में कांग्रेस के तीन विधायकों समेत पार्टी के विभिन्न पदाधिकारियों ने इस मामले में एकपक्षीय कार्रवाई किए जाने के विरोध में आईजी इंदौर को ज्ञापन भी सौंपा. हालांकि इस मामले में कांग्रेस की आपत्ति के बाद पुलिस ने जांच के आदेश दे दिए हैं.
- 50 लोगों पर दर्ज हुआ था मामला
इंदौर में सोमवार रात को बेटमा में हुए सांप्रदायिक तनाव के मामले में पुलिस ने करीब 50 लोगों के खिलाफ गोलियां चलाने, घर में घुसकर हमला करने और बलवे जैसी धाराएं लगाई थी. इस मामले में पुलिस ने फरियादी विजय पुत्र रमेश बाथम और उसकी पत्नी संध्या की शिकायत पर 27 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर की थी. अब इस मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाया कि स्थानीय जो लोग गैर भाजपा दल के थे, उन सभी को नामजद आरोपी बनाया है. जबकि दूसरे पक्ष पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
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- कांग्रेसियों ने सौंपा आईजी को ज्ञापन
दरअसल यह पूरा मामला एक क्रिकेट टूर्नामेंट के बाद सामने आया. जब क्रिकेट खेलने वाली दो टीमों के बीच अचानक खूनी संघर्ष हो गया. इसके बाद बेटमा में सांप्रदायिक तनाव फैल गया था, इसी दौरान एक पक्ष के द्वारा दूसरे पक्ष पर फायरिंग पथराव समेत हमले करने की कोशिश की गई थी. इसके बाद मौके पर इंदौर से भारी पुलिस बल रवाना किया गया था, हालांकि कुछ समय बाद स्थिति के सामान होने पर पुलिस ने दोनों पक्षों के करीब 50 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए थे. जिसमें 28 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था. अब संबंधित आरोपी पक्ष के परिजन इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं, जिसके चलते कांग्रेस विधायकों ने इस मामले में आईजी हरिनारायण चारी मिश्र से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा. हालांकि पुलिस ने आश्वस्त किया है कि इस मामले में किसी भी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं की जाएगी. इस प्रकरण में जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी.