ETV Bharat / state

Vaccination पर राजनीति: Congress का सवाल- पाकिस्तानी शरणार्थियों को प्राथमिकता क्यों ? - latest covid update indore

इंदौर जिला प्रशासन द्वारा शहर में रह रहे शरणार्थियों को वैक्सीन लगाने के आदेश जारी किये गए थे. जारी आदेश के खिलाफ अब कांग्रेस (Congress) मुखर हो गई है. कांग्रेस का तर्क है कि शहर में वैक्सीन की कमी के बावजूद भारतीय नागरिकों को छोड़ पाकिस्तानी सिंधी शरणार्थियों को पहले वैक्सीन लगाना गलत है.

politics on vaccination
शरणार्थियों के वैक्सीनेशन को लेकर उठ रहे विरोध के स्वर
author img

By

Published : Jun 17, 2021, 8:58 AM IST

इंदौर। इंदौर में पाकिस्तान के सिंधी शरणार्थियों के टीकाकरण को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. प्रदेश सरकार की हरी झंडी के बाद विशेष कैंप लगाकर वैक्सीनेशन हो रहा है. लेकिन यही राजनीतिक लिहाज से मुद्दा बन गया है. कांग्रेस का कहना है कि प्राथमिकता इंदौरवासियों को दी जानी चाहिए उसके बाद पाकिस्तानी रिफ्यूजियों को. हाल ही में पाकिस्तानी सिंधी शरणार्थियों (Pakistani Sindhi refugees) के एक दल ने प्रदेश सरकार से अपने लोगों को वैक्सीनेट कराने की अपील की थी.

वैक्सीनेशन पर राजनीति

शरणार्थियों ने सासंद से लगाई थी गुहार

पाकिस्तान के जैकबाबाद से इंदौर आकर बसे पाकिस्तानी शरणार्थियों द्वारा बनाई गई इंदौर की जैकबाबाद समेत अंतिम सिंधी पंचायतों में इन दिनों वैक्सीनेशन के लिए अपने दस्तावेजों में पासपोर्ट दिखाना अनिवार्य है. साथ ही बिजली के बिल, लाइसेंस, मतदाता परिचय पत्र जैसे दस्तावेजों के जरिए भी वैक्सीनेशन हो रहा है, जिसे पाकिस्तानी शरणार्थियों ने भारतीय नागरिकता पाने के लिए हासिल किया है. दरअसल इंदौर के विभिन्न इलाकों में बसे करीब 25 हजार सिंधी शरणार्थियों ने इंदौर के सांसद शंकर लालवानी (MP Shankar Lalwani) के जरिए जिला प्रशासन से उन्हें भी वैक्सीन लगाने का अनुरोध किया था. इसके बाद प्रदेश सरकार ने भारत में नागरिकता लेने का प्रयास करने वाले तमाम शरणार्थियों को वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए थे.

कांग्रेस ने उठाए सवाल

शरणार्थियों को वैक्सीन लगाने के इस फैसले पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी. कांग्रेस का कहना था कि पहले भारतीय नागरिकों को वैक्सीन लगाई जानी चाहिए. क्योंकि पाकिस्तानी नागरिकों को वैक्सीन लगाने की जिम्मेदारी उनके राष्ट्र की है. हालांकि शरणार्थियों ने दावा किया था वह बीते कई सालों से भारत में रह रहे हैं और यही वजह है कि वह लोग भारत की नागरिकता चाहते है. लिहाजा उन्हें वैक्सीनेशन (Vaccination) से वंचित नहीं किया जा सकता क्योंकि भारत सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए जो औपचारिक दस्तावेज अनिवार्य किए हैं वह दस्तावेज किसी ना किसी रूप में उनके पास हैं. इसी के तहत इन दिनों समाज की विभिन्न पंचायतों में शरणार्थियों समेत समाज के स्थानीय तमाम लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है.

ऐसे मिल रहा है शरणार्थियों को लाभ

तमाम भारतीय नागरिकों को वैक्सीनेशन के लिए आधार कार्ड (Aadhar Card) की अनिवार्यता है. लेकिन पाकिस्तानी सिंधी शरणार्थियों को वैक्सीन- ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता परिचय पत्र और पासपोर्ट के आधार पर भी लग रही है. इसके अलावा जो लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पा रहे हैं उनके लिए वैक्सीन की मात्रा बचने पर शाम 4 बजे के बाद ऑफलाइन वैक्सीन की सुविधा दी गई है.

इंदौर में 8000 से ज्यादा लोगों को लगी वैक्सीन

इंदौर के पाकिस्तानी शरणार्थी बहुल इलाके सिंधी कॉलोनी, पल्सीकर कॉलोनी, माणिकबाग, भवर कुआं इलाकों के करीब 8 हजार से ज्यादा लोगों को 31 मार्च के बाद वैक्सीनेशन का लाभ मिल चुका है. इनमें 18+, 45 + और 60 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के लोग शामिल हैं. फिलहाल जिन चार केंद्रों पर यह तमाम लोग पहुंच रहे हैं उन्हें हर केंद्र पर तीन सौ से साढ़े तीन सौ वैक्सीन के डोज लग रहे हैं. सभी को टीके लगवाने की जिम्मेदारी संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधियों ने समाज के लोगों को ही सौंपी है. जिन्हें टीकाकरण केंद्र का प्रभारी बनाया गया है.

इंदौर। इंदौर में पाकिस्तान के सिंधी शरणार्थियों के टीकाकरण को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. प्रदेश सरकार की हरी झंडी के बाद विशेष कैंप लगाकर वैक्सीनेशन हो रहा है. लेकिन यही राजनीतिक लिहाज से मुद्दा बन गया है. कांग्रेस का कहना है कि प्राथमिकता इंदौरवासियों को दी जानी चाहिए उसके बाद पाकिस्तानी रिफ्यूजियों को. हाल ही में पाकिस्तानी सिंधी शरणार्थियों (Pakistani Sindhi refugees) के एक दल ने प्रदेश सरकार से अपने लोगों को वैक्सीनेट कराने की अपील की थी.

वैक्सीनेशन पर राजनीति

शरणार्थियों ने सासंद से लगाई थी गुहार

पाकिस्तान के जैकबाबाद से इंदौर आकर बसे पाकिस्तानी शरणार्थियों द्वारा बनाई गई इंदौर की जैकबाबाद समेत अंतिम सिंधी पंचायतों में इन दिनों वैक्सीनेशन के लिए अपने दस्तावेजों में पासपोर्ट दिखाना अनिवार्य है. साथ ही बिजली के बिल, लाइसेंस, मतदाता परिचय पत्र जैसे दस्तावेजों के जरिए भी वैक्सीनेशन हो रहा है, जिसे पाकिस्तानी शरणार्थियों ने भारतीय नागरिकता पाने के लिए हासिल किया है. दरअसल इंदौर के विभिन्न इलाकों में बसे करीब 25 हजार सिंधी शरणार्थियों ने इंदौर के सांसद शंकर लालवानी (MP Shankar Lalwani) के जरिए जिला प्रशासन से उन्हें भी वैक्सीन लगाने का अनुरोध किया था. इसके बाद प्रदेश सरकार ने भारत में नागरिकता लेने का प्रयास करने वाले तमाम शरणार्थियों को वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए थे.

कांग्रेस ने उठाए सवाल

शरणार्थियों को वैक्सीन लगाने के इस फैसले पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी. कांग्रेस का कहना था कि पहले भारतीय नागरिकों को वैक्सीन लगाई जानी चाहिए. क्योंकि पाकिस्तानी नागरिकों को वैक्सीन लगाने की जिम्मेदारी उनके राष्ट्र की है. हालांकि शरणार्थियों ने दावा किया था वह बीते कई सालों से भारत में रह रहे हैं और यही वजह है कि वह लोग भारत की नागरिकता चाहते है. लिहाजा उन्हें वैक्सीनेशन (Vaccination) से वंचित नहीं किया जा सकता क्योंकि भारत सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए जो औपचारिक दस्तावेज अनिवार्य किए हैं वह दस्तावेज किसी ना किसी रूप में उनके पास हैं. इसी के तहत इन दिनों समाज की विभिन्न पंचायतों में शरणार्थियों समेत समाज के स्थानीय तमाम लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है.

ऐसे मिल रहा है शरणार्थियों को लाभ

तमाम भारतीय नागरिकों को वैक्सीनेशन के लिए आधार कार्ड (Aadhar Card) की अनिवार्यता है. लेकिन पाकिस्तानी सिंधी शरणार्थियों को वैक्सीन- ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता परिचय पत्र और पासपोर्ट के आधार पर भी लग रही है. इसके अलावा जो लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पा रहे हैं उनके लिए वैक्सीन की मात्रा बचने पर शाम 4 बजे के बाद ऑफलाइन वैक्सीन की सुविधा दी गई है.

इंदौर में 8000 से ज्यादा लोगों को लगी वैक्सीन

इंदौर के पाकिस्तानी शरणार्थी बहुल इलाके सिंधी कॉलोनी, पल्सीकर कॉलोनी, माणिकबाग, भवर कुआं इलाकों के करीब 8 हजार से ज्यादा लोगों को 31 मार्च के बाद वैक्सीनेशन का लाभ मिल चुका है. इनमें 18+, 45 + और 60 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के लोग शामिल हैं. फिलहाल जिन चार केंद्रों पर यह तमाम लोग पहुंच रहे हैं उन्हें हर केंद्र पर तीन सौ से साढ़े तीन सौ वैक्सीन के डोज लग रहे हैं. सभी को टीके लगवाने की जिम्मेदारी संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधियों ने समाज के लोगों को ही सौंपी है. जिन्हें टीकाकरण केंद्र का प्रभारी बनाया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.